इस बार मानसून में जमकर पानी बरसा है। शुरुआत धीमी रहने के साथ जुलाई मध्य से दुबारा एक्टिव हुआ मानसून लगातार बरस रहा है। पुराने आंकड़ाें के अनुसार बीते 30 साल में ऐसी बारिश पहली बार देखने काे मिली है। इससे जिले के बांधों की झोली पूरी तरह भर गई है।
शहर में 1 जून से अब तक 1043.67 मिमी बारिश हाे चुकी है, जाे औसत से 96.60 फीसदी ज्यादा है। कलेक्ट्रेट एरिया में करीब 58 इंच (1472 मिमी) पानी बरस चुका है। इसके अलावा जयपुर ग्रामीण में 918.13 और दूदू में 841.67 मिमी बारिश हुई है। जमकर बरसे मानसून कई बांधाें काे शहर, ग्रामीण और जयपुर से अलग हाेकर बने नए जिले दूदू में वर्षाें से सूखे पड़े बांध छलक उठे। इन तीनाें इलाकाें में जयपुर शहर में के 7 में से 4, ग्रामीण में 16 में से 7 और दूदू में 4 में से 3 बांध ओवरफ्लाे हुए हैं। छापरवाड़ा और कानाेता, मानसागर, शील की डूंगरी, खेजड़ी, पीपला, चंदलाई, बांधाेलाव सालाें बाद छलके है।
रिकाॅर्ड ताेड़ बारिश, फिर भी सबसे बड़े बांधाें के कंठ सूखे
इस मानसून रिकाॅर्ड बारिश बरसी, लेकिन सबसे बड़े बांध रामगढ़ और कालख सागर के कंठ सूखे ही हैं। 19.82 मीटर भराव क्षमता के रामगढ़ बांध में एक भी बूंद भी पानी की आवक नहीं हुई है। वहीं जाेबनेर में 7.93 मीटर कालख सागर भी सूखा पड़ा है। इन दाेनाें बांधाें के नहीं भरने के पीछे कैचमेंट एरिया में अतिक्रमण हाेना है।
शहर में एरिया वाइज बारिश
एयरपाेर्ट, 1385.5 आमेर 397.0, कलेक्ट्रेट 1472.0, सांगानेर1262.0, जेएलएन मार्ग 1328.6
शहर में सुबह 1 घंटे बारिश
राजधानी जयपुर में राेजाना सुबह-शाम जमकर बारिश हाे रही है। बीते चाैबीस घंटे में माैसम केन्द्र पर 2.7 इंच यानी 71.1 एमएम बारिश रिकाॅर्ड हुई। बुधवार सुबह 10 बजे अचानक तेज हवा के साथ एक घंटे तक हल्की से मध्यम बारिश का दाैर चला। इस दाैरान 6.4 मिमी पानी बरसा।
आगे क्या
माैसम विभाग के अनुसार अगले दाे तीन मानसून एक्टिव रहने से कहीं-कहीं भारी बारिश का अलर्ट है। 15 सितंबर से भारी बारिश की गतिविधियाें में कमी आने की संभावना है।