इजरायली सुरक्षा बलों ने दर्जनों मेडिकल कर्मचारियों और नॉर्थ गाजा स्थित कमाल अदवान हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. हुस्साम अबू सफिया सहित 240 से अधिक फिलिस्तीनियों को हिरासत में लिया है. इजरायली सैनिकों ने शुक्रवार (27 दिसंबर) को इस हॉस्पिटल पर छापा मारा था और अस्पताल के आसपास अपने ऑपरेशन का एक वीडियो जारी किया था. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली सेना ने कहा कि कमाल अदवान अस्पताल का इस्तेमाल हमास के सैन्य अभियानों के लिए कमांड सेंटर के रूप में किया जा रहा था और गिरफ्तार किए गए सभी संदिग्ध हमास के आतंकवादी हैं.
हमास ने इजरायल के इस दावे को झूठ बताते हुए खारिज कर दिया है कि गाजा युद्ध के दौरान उसके लड़ाके कमाल अदवान अस्पताल से ऑपरेट कर रहे थे, और कहा कि कोई भी लड़ाका अस्पताल में नहीं था. हमास ने अभी तक 240 गिरफ्तारियों पर कोई टिप्पणी नहीं की है. गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कुछ मरीजों को कमाल अदवान से इंडोनेशियाई अस्पताल ले जाया गया, जो सेवा में नहीं है, और डॉक्टरों को उनके साथ वहां जाने से रोक दिया गया. अन्य मरीजों और मेडिकल स्टाफ को दूसरे अस्पतालों में ले जाया गया.
इजरायली सेना ने कहा कि कमाल अदवान ऑपरेशन से पहले 350 मरीजों और चिकित्सा कर्मियों को अस्पताल से रेस्क्यू किया गया था, जबकि अन्य 95 को स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के समन्वय से ऑपरेशन के दौरान इंडोनेशियाई अस्पताल में पहुंचाया गया. पिछले साल 7 अक्टूबर से गाजा में हमास के खिलाफ इजरायल के सैन्य अभियान में 45,400 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं, करीब 23 लाख लोग विस्थापित हुए हैं. गाजा अब खंडहर बन चुका है. 7 अक्टूबर, 2023 को दक्षिणी इजरायल पर हमास के हमले से यह युद्ध शुरू हुआ था, जिसमें 1,200 इजरायली मारे गए थे और 251 लोगों को हमास द्वारा बंधक बनाकर गाजा ले जाया गया था.