भारतीय क्रिकेट टीम से फिलहाल बाहर चल रहे चेतेश्वर पुजारा ने रणजी ट्रॉफी में दोहरा शतक लगाया है। सौराष्ट्र क्रिकेट टीम के इस दिग्गज बल्लेबाज ने छत्तीसगढ़ क्रिकेट टीम के खिलाफ मैच में ये कारनामा किया है। दिलचस्प रूप से यह उनके प्रथम श्रेणी करियर का कुल 18वां दोहरा शतक है। अपनी इस पारी के दौरान वह 21,000 प्रथम श्रेणी रन भी पूरे कर चुके हैं। आइए उनकी पारी और आंकड़ों के बारे में जानते हैं।
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ऐसी रही पुजारा की पारी
मुकाबले में छत्तीसगढ़ ने अपनी पहली पारी 578/7 पर घोषित की थी। इसके जवाब में सौराष्ट्र ने जब 13 के स्कोर पर अपना पहला विकेट गंवाया, तब पुजारा क्रीज पर आए। उन्होंने टिककर बल्लेबाजी की और दूसरे विकेट के लिए चिराग जानी के साथ 68 रन की साझेदारी की। इसके बाद उन्होंने शेल्डन जैक्सन और अर्पित वासवडा के साथ 2 शतकीय साझेदारी भी की। उन्होंने चौथे दिन के आखिरी सत्र के दौरान अपनी पारी को दोहरे शतक में तब्दील किया।
पुजारा ने रणजी ट्रॉफी में लगाया अपना नौवां दोहरा शतक
रणजी ट्रॉफी में पुजारा अब संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा दोहरे शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। उन्होंने पारस डोगरा की बराबरी की है, जिन्होंने भी 9 दोहरे शतक लगाए हैं।
विश्व के चौथे सबसे ज्यादा दोहरा शतक लगाने वाले बल्लेबाज हैं पुजारा
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सबसे ज्यादा दोहरा शतक डॉन ब्रैडमैन के नाम है। उन्होंने 37 दोहरे शतक लगाए हैं। वैली हैमंड ने 36 और इलियास हेंड्रेन के नाम इस प्रारूप में 22 दोहरे शतक हैं। पुजारा ने हर्बर्ट सटक्लिफ और मार्क रामप्रकाश को पीछे छोड़ा है, जिन्होंने 17-17 दोहरे शतक लगाए थे। बता दें कि पुजारा प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सबसे ज्यादा दोहरे शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज हैं।
शानदार रहा है पुजारा का प्रथम श्रेणी करियर
पुजारा ने अब तक 273 प्रथम श्रेणी मुकाबले खेले हैं। इसकी 450 पारियों में लगभग 52 की औसत से 21,000 से अधिक रन बनाए हैं। उनके बल्ले से 66 शतक और 80 अर्धशतक निकले हैं। इस बीच उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 352 रन रहा है। भारतीय टीम के लिए इस खिलाड़ी ने 103 टेस्ट मैच खेले हैं और इसकी 176 पारियों में उन्होंने 43.60 की औसत से 7,195 रन बनाए हैं।
प्रथम श्रेणी शतकों के मामले में द्रविड़ के करीब पहुंचे पुजारा
पुजारा चौथे सर्वाधिक प्रथम श्रेणी शतक लगाने वाले भारतीय हैं। वह अब राहुल द्रविड़ के नजदीक हैं, जिन्होंने अपना करियर 68 प्रथम श्रेणी शतकों के साथ समाप्त किया था। सुनील गावस्कर और तेंदुलकर 81-81 प्रथम श्रेणी शतकों के साथ इस सूची में शीर्ष पर हैं।