सोने की कीमतें मंगलवार को 2465.29 डॉलर पर पहुंच गईं, जो पिछले 2450.10 डॉलर के पिछले रिकॉर्ड को पार कर गई हैं. इस तेजी के पीछे कई इकोनॉमिक फैक्टर्स को कारण माना जा रहा है, जिन्होंने सोने की मांग को बढ़ावा दिया है. इस तेजी के लिए जून में धीमी होती महंगाई और फेड चेयर जेरोम पॉवेल के सॉफ्ट कमेंट्स के बाद सितंबर में फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दर में कटौती की बढ़ती संभावनाएं जिम्मेदार हैं.
कटौती की उम्मीद
ब्याज दरों में कटौती की संभावना ने मार्केट के सेंटीमेंट्स को काफी प्रभावित किया है. दरअसल, निवेशक फिलहाल ज्यादा अनुकूल मॉनेटरी पॉलिसी की उम्मीद कर रहे हैं. सीएमई फेडवॉच टूल के अनुसार, मार्केट्स इस साल 3 क्वार्टर-परसेंटेज पॉइंट्स की कटौती की उम्मीद कर रहे हैं, जिसमें से पहली सितंबर में होने की उम्मीद है. इस उम्मीद ने सोने की मांग में बढ़ोतरी की है, जो एक पारंपरिक सुरक्षित-संपत्ति है. क्योंकि कम ब्याज दरें आम तौर पर नॉन-यील्डिंग बुलियन को होल्ड करने की अपॉर्चुनिटी कॉस्ट को कम करती हैं.
इसके अलावा, कमजोर अमेरिकी डॉलर ने सोने की कीमतों को और भी सहारा दिया है. मंगलवार को थोड़ा सा उछाल आने से पहले डॉलर पांच हफ्ते के निचले स्तर पर पहुंच गया था, जिससे दूसरी करेंसीहोल्डर्स के लिए सोना सस्ता हो गया. निवेशकों के बीच “बाय-द-डिप” यानि कि गिरावट के दौरान खरीददारी की प्रचलित भावना ने भी सोने की कीमतों में तेजी लाने में योगदान दिया है.
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केंद्रीय बैंकों ने दिया सहारा
केंद्रीय बैंकों की एक्टिविटी ने भी सोने की कीमतों में उछाल लाने में अहम भूमिका निभाई है. 2024 की पहली छमाही में दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों की ओर से सोने की मांग में बढ़ोतरी देखी गई. दरअसल, जियो-पॉलिटिकल रिस्क एवं USD- और EUR- डेनोमिनटेड एसेट्स की सुरक्षा को लेकर चिंताओं ने इन संस्थानों को अपने रिजर्व को डायवर्सिफाई करने के लिए मजबूर किया है. केंद्रीय बैंक की खरीद में यह उछाल 1960 के दशक के बाद से सबसे ज्यादा है.
चुनौतियां भी मौजूद?
चीन में मांग में कमी के चलते सोने की तेजी को कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ा है. चीन में आने वाले समय में सोने की केंद्रीय बैंक और रिटेल कंजम्पशन दोनों ही कमजोर रहने की उम्मीद है. हालांकि, चीन के रियल एस्टेट मार्केट में धीमी रिकवरी के बीच मांग में मजबूती के संकेत मिल रहे हैं, जो मध्यम अवधि में सोने की कीमतों को सपोर्ट कर सकते हैं.
इन कंपनियों को हुआ फायदा
सोने की कीमतों में तेजी ने इसकी खनन कंपनियों के शेयरों को भी फायदा पहुंचाया है. मंगलवार को प्रीमार्केट ट्रेडिंग में वैनेक गोल्ड माइनर्स ईटीएफ ने 1.2% की बढ़त हासिल की. हार्मनी गोल्ड, गोल्ड फील्ड्स और DRDGold जैसी प्रमुख सोने की खनन कंपनियों के शेयरों में भी शानदार बढ़ोतरी देखी गई.
आगे क्या?
कुल मिलाकर, मौजूदा इकोनॉमिक सेनारियो और मार्केट डायनामिक्स से पता चलता है कि सोने की कीमतों में यह बढ़ोतरी जारी रहने वाली है. इस बीच बाजार के 2400 डॉलर के स्तर से ऊपर होने के कारण जोखिम भी ऊपर की ओर झुका हुआ नजर आ रहा है. यह अनुमान लगाया गया है कि कॉमेक्स गोल्ड जल्द ही 2532 डॉलर और उससे आगे का लक्ष्य रखेगा. यह तेजी MCX तक भी पहुंचने की उम्मीद है, जिससे संभावित रूप से सोने की कीमतें 75200 डॉलर और उससे आगे बढ़ सकती हैं.