भारत और मालदीव के रिश्तों में हालिया दौर में आई तल्खी किसी से छिपी नहीं है. केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए इस बार के बजट में भी मालदीव को दी जाने वाली अनुदान सहायता राशि में कटौती की गई है. इन सबके बीच भारत ने मालदीव को दिए गए 50 मिलियन डॉलर के कर्ज अदायगी के समय में छूट दी है, यह बात खुद राष्ट्रपति मुइज्जू ने कही है.
मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू ने कहा है कि भारत ने मालदीव के 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर के कर्ज अदायगी को स्थगित (Postponed) दिया है. शुक्रवार रात मालदीव के 59वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सोशल सेंटर में आयोजित एक आधिकारिक समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति मुइज्जू ने बताया कि भारत ने पहले ही 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर की कर्ज अदायगी के समय को स्थगित कर दिया है.
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भारत ने बढ़ाया फूड कोटा
इसके अलावा, मुइज्जू ने बताया कि भारत सरकार ने मालदीव के खाद्य कोटा को दो साल के लिए और बढ़ा दिया है. मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने कुछ महीने पहले एक बयान में कहा था कि भारत हमारा ‘निकटतम सहयोगी’ बना रहेगा और नई दिल्ली से मालदीव को ऋण राहत प्रदान करने का आग्रह किया था.
विदेशी सैनिक नहीं रहेंगे देश में
राष्ट्रपति ने कहा कि मालदीव ने रक्षा संप्रभुता सुनिश्चित करने के अपने प्रारंभिक प्रयास को पूरा कर लिया है. राष्ट्रपति ने कहा कि अब यह पूरा हो गया है और गारंटी दी है कि विदेशी सैनिक, चाहे वर्दी में हों या नहीं, मालदीव में मौजूद नहीं रहेंगे. राष्ट्रपति ने कहा कि भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए प्लेटफार्मों से सभी सैन्य कर्मियों को निकाल लिया गया है, जिन्हें अब सिविलियंस द्वारा संचालित किया जा रहा है. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि आपातकालीन सेवाओं के लिए हनीमाधू से माले शहर तक पहली रोगी परिवहन उड़ान का भी संचालन शुरू हो गया है.
राष्ट्रपति ने जोर देकर कहा कि राष्ट्रीय रक्षा संप्रभुता सुनिश्चित करने के लिए क्षेत्रीय जलक्षेत्र पर पूर्ण नियंत्रण महत्वपूर्ण है. उन्होंने संकेत दिया कि देश के समुद्री क्षेत्रों की निरंतर निगरानी के लिए मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी) सहित उन्नत तकनीकों का उपयोग किया जाएगा. इसके अतिरिक्त, उन्होंने सशस्त्र बलों की क्षमताओं को बढ़ाने, आवश्यक निधि सुरक्षित करने और तटरक्षक बल की क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि करने के प्रयासों को रेखांकित किया.
मालदीव पर भारत का इतना कर्ज
बता दें कि पिछले साल के अंत तक मालदीव पर भारत का लगभग 400.9 मिलियन अमेरिकी डॉलर (करीब 35 अरब रुपये) बकाया था.मोहम्मद मुइज्जू चीन समर्थक माने जाते हैं. राष्ट्रपति चुनाव के दौरान उन्होंने ‘इंडिया आउट’ का नारा दिया था. पिछले साल नवंबर में राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद से मुइज्जू भारत के प्रति सख्त रुख अपनाए हुए थे.
उन्होंने राष्ट्रपति पद संभालने के कुछ ही घंटों के भीतर भारत को मालदीव से अपने सैनिकों को वापस बुलाने की मांग की थी. मालदीव के राष्ट्रपति ने कहा था कि 88 भारतीय सैन्य कर्मियों को 10 मई तकवापस भेज दिया जाएगा. ये भारतीय सैन्यकर्मी तीन विमानन प्लेटफार्मों का संचालन करने के लिए मालदीव में मौजूद थे.