राजस्थान में 21 अगस्त 2024 को अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग द्वारा घोषित भारत बंद के दौरान प्रशासन ने सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए व्यापक तैयारियाँ और सावधानियाँ अपनाई हैं। इन तैयारियों में शामिल हैं:
पुलिस बल की तैनात: जयपुर सहित राज्य के विभिन्न संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है।
धारा 144 का लागू होना: कई जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है, जिसके तहत चार या अधिक व्यक्तियों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध रहेगा। यह कदम भीड़ को नियंत्रित करने और अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिए उठाया गया है।
यातायात व्यवस्था: बंद के दौरान यातायात अवरोधों की संभावना को देखते हुए विशेष यातायात योजनाएँ तैयार की गई हैं। आवश्यक सेवाओं के वाहनों को प्राथमिकता दी जाएगी और वैकल्पिक मार्गों की भी व्यवस्था की गई है।
इंटरनेट सेवाओं पर नियंत्रण: कुछ संवेदनशील इलाकों में अफवाहों को रोकने के लिए इंटरनेट सेवाओं पर अस्थायी प्रतिबंध लगाया जा सकता है। इससे भ्रामक सूचनाओं के प्रसार को रोका जा सकेगा।
संवाद स्थापित करना: प्रशासन ने विभिन्न संगठनों और समुदायों के नेताओं के साथ संवाद स्थापित किया है ताकि शांति बनाए रखी जा सके और किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
स्कूलों और कोचिंग संस्थानों की छुट्टी: जयपुर सहित कई जिलों में स्कूलों और कोचिंग संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी गई है ताकि बच्चों और उनके अभिभावकों को किसी भी असुविधा से बचाया जा सके।
मॉनिटरिंग और त्वरित प्रतिक्रिया दल: प्रशासन ने विशेष निगरानी दल और त्वरित प्रतिक्रिया इकाइयाँ गठित की हैं जो किसी भी आपातकालीन स्थिति में तुरंत कार्रवाई कर सकेंगी।
मीडिया के साथ सहयोग: प्रशासन ने स्थानीय मीडिया के साथ समन्वय स्थापित किया है ताकि लोगों तक सही और समय पर जानकारी पहुंचाई जा सके। मीडिया को भी किसी भी अफवाह या भ्रामक समाचार को प्रकाशित न करने की सलाह दी गई है।
इमरजेंसी हेल्पलाइन: लोगों की सुरक्षा और सहायता के लिए विशेष हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। इन नंबरों पर कोई भी व्यक्ति आपातकालीन स्थिति में मदद प्राप्त कर सकता है।
पेट्रोलिंग और चेकिंग: संवेदनशील क्षेत्रों में लगातार पेट्रोलिंग की जा रही है। वाहनों की चेकिंग के लिए कई स्थानों पर बैरिकेडिंग की गई है ताकि संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा सके।
सार्वजनिक परिवहन पर निगरानी: सार्वजनिक परिवहन जैसे बसों, ट्रेन, और अन्य वाहनों की सुरक्षा के लिए विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। आवश्यक सेवाओं को सुनिश्चित करने के लिए परिवहन सेवाओं की नियमित निगरानी की जा रही है।
संवेदनशील स्थानों की निगरानी: संवेदनशील क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन के माध्यम से लगातार निगरानी की जा रही है। पुलिस कंट्रोल रूम से इन सभी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
नागरिकों के लिए दिशा-निर्देश: प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे शांति बनाए रखें और किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें। उन्हें अनावश्यक यात्रा से बचने और अपने घरों में सुरक्षित रहने की सलाह दी गई है।
मार्केट और व्यापारिक प्रतिष्ठानों के लिए निर्देश: प्रशासन ने व्यापारिक संगठनों से भी सहयोग की अपील की है। कई स्थानों पर बाजार और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद रखने का निर्देश दिया गया है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
डॉक्टरों और अस्पतालों के लिए निर्देश: बंद के दौरान आवश्यक चिकित्सा सेवाएँ उपलब्ध रहें, इसके लिए डॉक्टरों और अस्पतालों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। एमरजेंसी सेवाओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
केंद्र से समन्वय: राज्य प्रशासन ने केंद्रीय एजेंसियों और अन्य राज्यों के साथ समन्वय बढ़ाया है ताकि कानून-व्यवस्था बनाए रखने में कोई कमी न रह जाए।
इन व्यापक तैयारियों और सावधानियों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बंद के दौरान प्रदेश में किसी भी प्रकार की हिंसा या उपद्रव की घटनाएं न हों और आम नागरिकों की सुरक्षा बनी रहे।