साल 2025 की शुरुआत हो चुकी है। इस साल कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) कई बदलावों से गुजरने वाला है। इसमें से कुछ बदलाव आज से ही लागू हो चुके हैं, जबकि कुछ बदलाव आने वाले समय में होने वाले हैं। इन बदलावों का सीधा असर देश के लाखों कर्मचारियों पर पड़ने वाला है। साथ ही इन बदलावों का असर पेंशन पा रहे कर्मचारियों पर भी पड़ेगा। सरकार द्वारा इन बदलावों का लक्ष्य EPF प्रक्रिया को आसान बनाना और एम्पाई व एम्प्लॉयर के बीच ट्रांसपेरेंसी में सुधार करना है।
आइए हम साल 2025 में EPFO से जुड़े पांच बड़े बदलावों के बारे में बात करते हैं-
अब ATM से निकाल पाएंगे PF का पैसा
साल 2025 में PF का पैसा ATM के माध्यम से सीधे निकाला जाएगा। EPFO पहले से ही इसपर काम कर रही है। अभी EPFO के सदस्यों को अपना पैसा निकालने में 7-10 दिनों का समय लग जाता है। इसके बाद पैसा उनके खाते में ट्रांसफर किया जाता है। ATM के माध्यम से पैसा निकालने की सेवा शुरू होने के बाद कर्मचारी अपना पैसा कभी भी निकाल सकेंगे।
कंट्रीब्यूशन लिमिट में बदलाव
नए साल में EPF कंट्रीब्यूशन लिमिट को खत्म किया जा सकता है। अभी के नियम के हिसाब से कर्मचारी अपने बेसिक सैलरी का 12% हिस्सा अपने EPF अकाउंट में कंट्रीब्यूट करते हैं, जिसे बदला जा सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार EPFO द्वारा तय 15000 रुपए का उपयोग करने के बजाय कर्मचारियों को उनके वास्तविक वेतन के अनुसार कंट्रीब्यूट करने देने पर योजना बना रही है।
किसी भी बैंक से निकाल पाएंगे पेंशन
EPFO के पेंशनधारक अब किसी भी बैंक से पेंशन की राशि निकाल पाएंगे। इससे उन लोगों को सुविधा होगी जो नौकरी किसी और शहर में करते हैं और बाद में अपने घर लौट जाते हैं। इस नई सुविधा के बाद पेंशनधारकों को अब पेंशन के वेरिफिकेशन के लिए भी भटकना नहीं पड़ेगा। सितंबर 2024 में ही श्रम मंत्री मनसुख मंडाविया ने सेंट्रलाइज पेंशन सिस्टम (CPPS) की घोषणा की थी। यह एक जनवरी 2025 से लागू हो गया।
हायर पेंशन डेडलाइन
बता दें कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के पास हायर पेंशन की 3.1 लाख आवेदन पेंडिंग हैं। उन कर्मचारियों के लिए पेंशन और दूसरी जानकारियां अपलोड करने के लिए समय सीमा 31 जनवरी 2025 तक है। बीते दिनों श्रम मंत्रालय ने बताया था कि जरिए हायर पेंशन वाले कर्मचारियों के लिए ऑप्शन/जॉइंट ऑपरेशन के वेरिफिकेशन के एप्लीकेशन जमा किए जा सकते हैं।
इक्विटी लिमिट में बढ़ोतरी
रिटर्न बढ़ाने के लिए EPFO ईटीएफ आय के एक हिस्से को स्टॉक और अन्य असेट में फिर से निवेश करने के बारे में सोच रहा है। नए साल में इसकी घोषणा हो सकती है।