Donald Trump Income Tax: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शपथ ग्रहण के बाद लगातार एक्शन मोड में है। वह रोजाना किसी ना किसी नए आदेश पर साइन कर रहे हैं। अब वह देश में आयकर यानी इनकम टैक्स को खत्म करने की तैयार में हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को अमेरिकी नागरिकों के लिए इनकम टैक्स को खत्म करने का प्रस्ताव रखा। इसका मकसद नागरिको की आय में बढ़ोतरी करना है।
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘अमेरिका जल्द ही बहुत अमीर बनने वाला है। 1913 से पहले अमेरिका में कोई आयकर नहीं था और टैरिफ प्रणाली ने हमें अतीत में समृद्ध बनाया।’ ट्रंप ने दावा किया कि 1870-1913 के बीच में टैरिफ के जरिये अमेरिका ने अपनी सबसे अमीर वक्त देखा था। इतना ही नहीं डोनाल्ड ट्रंप ने 1887 के महान टैरिफ आयोग का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उस वक्त अमेरिका इतना धनवान था कि सरकार के पास में यह तय करने के लिए आयोग का गठन करना पड़ा कि इस पैसे का उपयोग कैसे किया जाए।
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विदेशी राष्ट्रों पर बढ़ेगा टैरिफ
20 जनवरी को अपने उद्घाटन भाषण वाली बात को फिर से दोहराते हुए ट्रंप ने कहा कि विदेशी राष्ट्रों पर टैरिफ और कर लगाकर हमें अपने नागरिकों को समृद्ध करना चाहिए। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि विदेशी उत्पादों पर शुल्क लगाकर अमेरिका को अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत करनी होगी।
अर्थशास्त्रियों ने दी चेतावनी
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भले ही आयकर को समाप्त करने और विदेशी सामानों पर टैक्स लगाने की बात कहते हों लेकिन अर्थशास्त्रियों ने वॉर्निंग भी दी है। उनका मानना है कि यह काम इतना सरल नहीं है और ना ही उतना फायदेमंद साबित होगा। उनका मानना यह भी है कि टैरिफ और टैक्स कटौती की ट्रंप की योजनाओं से नए मुद्रास्फीति दबाव पैदा हो सकते हैं और ब्याज दरें ऊंची बनी रह सकती हैं। टैरिफ विदेशी विक्रेताओं से खरीदी गईं चीजों की कीमत का एक हिस्सा होता है। अमेरिका में इस टैक्स को सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा एजेंट देश के 328 बंदरगाहों पर इकट्ठा करते हैं। बता दें कि ट्रंप सरकार ने इस बार स्कॉट बेसेंट को अपना फाइनेंस मिनिस्टर बनाया है। ट्रंप ने स्कॉट बेसेन्ट को टैक्स में कटोती और घाटे को रोकने की जिम्मेदारी दी है।
