जयपुर, 31 जनवरी। जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा राजस्थान लैंण्ड पूलिंग योजना अधिनियम-2016 के तहत राज्य की पहली लैंण्ड पूलिंग योजना (शिवदासपुरा, बरखेड़ा, चंदलाई) का विकास कार्य 29 जनवरी, 2025 से प्रारम्भ किया गया है। यह योजना किसानों/खातेदारों के हितों को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है, जिसमें पहली बार किसानों/खातेदारों को अवाप्ति के बदले 45 प्रतिशत भूमि देने का प्रावधान किया गया है।
जयपुर विकास आयुक्त आनन्दी ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत जेडीए के जोन-14 में ग्राम शिवदासपुरा, बरखेडा, चंदलाई में 163 हैक्टेयर भूमि में पहली (प्रथम) 18 मीटर सड़क का निर्माण कार्य खातेदारों के सहयोग से प्रारम्भ किया गया। इस अवसर पर विधिवत पूजा का आयोजन किया गया, और गुजरात मॉडल की तर्ज पर पहली बार राजस्थान में लैंड पूलिंग योजना का विकास किया जा रहा है।
यह योजना आधुनिक नगर नियोजन का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत करती है, जिसमें सुव्यवस्थित सड़कें, पार्क, और सुविधा क्षेत्रों का विकास किया जाना प्रस्तावित है। इससे न केवल क्षेत्र का समग्र विकास होगा, बल्कि स्थानीय निवासियों को भी बेहतर सुविधाएं प्राप्त होंगी।
जेडीए द्वारा समयबद्ध रूप से आगामी कुछ माह में योजना की 18 एवं 24 मीटर की सडकों का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। इस हेतु 28.60 करोड़ रूपये की वित्तीय स्वीकृति प्राप्त कर निर्माण कार्य एजेंसी का चयन किया जा चुका है।
इसके अतिरिक्त, 17-20 जनवरी, 2025 को जविप्रा का एक छः सदस्यीय दल इस योजना के अध्ययन हेतु सूरत (गुजरात) में चल रही लैण्ड पूलिंग सीमा का आधिकारिक दौरा करने गया था। दल का नेतृत्व अतिरिक्त आयुक्त एवं लैंड पूलिंग अधिकारी राजेन्द्र सिंह कविया द्वारा किया गया।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान सरकार द्वारा 13 नवंबर, 2024 को ड्राफ्ट स्कीम की अधिसूचना जारी की गई थी, जिसके तहत विकास कार्यों को गति दी जा रही है। विकास कार्य प्रारम्भ किये जा चुके है तथा खातेदारों को शीघ्र ही भूमि उपलब्ध कराने की प्रक्रिया भी प्रारम्भ की जाएगी।
यह लैंड पूलिंग योजना न केवल किसानों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी, बल्कि यह जयपुर के समग्र विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
