Explore

Search
Close this search box.

Search

November 22, 2024 11:52 pm

लेटेस्ट न्यूज़

दिल्ली शराब घोटाला: केजरीवाल पर कितने का केस, कौन सूत्रधार? जानें ABCD- क्या है मामला, कितने करोड़ का गबन…….’

WhatsApp
Facebook
Twitter
Email

वह खुद जेल में हैं. उनके पूर्व सहयोगी मनीष सिसोदिया जेल में हैं. कई अन्य आरोपी जेल में हैं. इस मामले में ताजा अपडेट यह है कि मनी लांड्रिंग केस में सीएम अरविंद केजरीवाली की जमानत के खिलाफ हाईकोर्ट में अब 15 जुलाई को सुनवाई होगी. निचली अदालत ने इस मामले में केजरीवाल को जमानत दे दी थी. फिर ईडी ने इसे हाईकोर्ट में चुनौती दी और उनकी जमानत पर रोक लगा दी गई. उधर, मनीष सिसोदिया 16 महीन से जेल में हैं और उनकी जमानत का मामला सुप्रीम कोर्ट में है. मामला पूरा उलझा हुआ है. इस घोटाले से जुड़े कुछ न कुछ अपडेट रोज आ रहे हैं. ऐसे में आइए समझते हैं इस पूरे विवाद का ABCD…

क्या है दिल्ली शराब घोटाला?

दिल्ली सरकार ने नवंबर 2021 में एक नई आबकारी नीति लागू की थी. इस नीति के तहत दिल्ली में शराब के कारोबार को निजी हाथों में सौंपा गया. लेकिन यह नीति शुरू से ही विवादों में रही. बढ़ते विवाद को देखते हुए दिल्ली सरकार ने जुलाई 2022 में इस नीति को रद्द कर दिया और फिर से पुरानी नीति बहाल कर दी.

कैसे हुआ खुलासा और कितने करोड़ का गबन?

8 जुलाई 2022 के दिल्ली के तत्कालीन मुख्य सचिव नरेश कुमार ने दिल्ली के उपराज्यपाल, आर्थिक अपराध शाखा, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को एक रिपोर्ट भेजी. इस रिपोर्ट में कहा गया कि आबकारी विभाग के प्रमुख होने के नाते मनीष सिसोदिया ने एलजी की मंजूरी के बिना यह नीति लाई. इसके जरिए फर्जी तरीके से राजस्व कमाए गए. शराब बेचने वाली कंपनियों को लाइसेंस फीस में 144.36 करोड़ रुपये की छूट दी गई. इस तरह सरकारी खजाने को इतने करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.

कौन-कौन हैं आरोपी?

एलजी ने यह रिपोर्ट सीबीआई को भेज दी और जांच की शिफारिश की. इसके बाद सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया गया. उनपर आरोप है कि उन्होंने विदेशी शराब की कीमतों में बदलाव किया और प्रति बीयर 50 रुपये का आयात शुल्क हटाकर लाइसेंस धारकों को अनुचित फायदा पहुंचाया. सीबीआई ने कहा था कि मनीष सिसोदिया सहित 15 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. इसमें दिल्ली के तत्कालीन एक्साइज कमिश्नर और दो अन्य अधिकारी, दो कंपनियां और नौ कारोबारियों के नाम शामिल हैं.

मनीष सिसोदिया पर क्या है आरोप?

सीबीआई ने 26 फरवरी 2023 को मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया था. इसके बाद जांच एजेंसी ने एक बयान जारी कर कहा था कि दिल्ली की शराब नीति के अनुपालन में हुई गड़बड़ी की जांच के दौरान सिसोदिया को गिरफ्तार किया गया.

दिल्ली शराब घोटाले में कब हुई ईडी की एंट्री?

दिल्ली के मुख्य सचिव की रिपोर्ट में शराब घोटाले में पैसे की हेराफेरी के भी आरोप लगाए गए. इस कारण इसकी जांच में ईडी को भी शामिल कर लिया गया. केस दर्ज करने के बाद सीबीआई और ईडी ने छापेमारी शुरू की. ईडी और सीबीआई की चार्जशीज में आरोप लगाया गया है कि नई आबकारी नीति की वजह से दिल्ली सरकार को 2,873 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.

तो फिर हुई ऐसी चर्चा: Anant-Radhika के संगीत में नजर नहीं आईं Katrina Kaif

अब तक कितनी गिरफ्तारी

  • 27 सितंबर 2022 को सबसे पहले विजय नायर को गिरफ्तार किया गया. वह ओनली मच लाउडर का पूर्व सीईओ हैं.
  • 28 सितंबर 2022 को अगले ही दिन ईडी ने समीर महेंद्रू को गिरफ्तार किया. वह इंडोस्पिरिट्स ग्रुप के एमडी हैं.
  • 26 फरवरी 2023 को मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया गया. वह दिल्ली सरकार में आबकारी विभाग के मंत्री थे. सीबीआई के बाद ईडी ने भी उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
  • 4 अक्टूबर 2023 को आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को गिरफ्तार किया गया. उनपर मनी लांड्रिंग के आरोप थे.
  • 15 मार्च 2024 को तेलंगाना के पूर्व सीएम केसीआर की बेटी के कविता को गिरफ्तार किया गया.
  • 21 मार्च 2024 को सीएम अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया.केजरीवाल पर कितने का केस
    कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लांड्रिंग केस में केजरीवाल को 24 मार्च को गिरफ्तार किया गया था. हालांकि लोकसभा चुनाव के दौरान उनको कुछ दिनों ने अंतरिम जमानत पर रिहा किया गया. अभी वह तिहाड़ जेल में बंद हैं और तकनीकी रूप से वह सीबीआई की गिरफ्त में हैं. इस पूरे घोटाले का षड्यंत्र रचने का आरोप है.
ताजा खबरों के लिए एक क्लिक पर ज्वाइन करे व्हाट्सएप ग्रुप

Leave a Comment

Advertisement
लाइव क्रिकेट स्कोर