अमेरिका के बाद अब सिंगापुर में भी कोरोना के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं. पिछले एक सप्ताह में 25 हज़ार से अधिक मामले आ चुके हैं. सिंगापुर में कोरोना के नए वैरिएंट फ़्लर्ट के कारण केस बढ़ रहे हैं. सिंगापुर में कोरोना के बढ़ते मामलों को नई लहर बताया जा रहा है. हेल्थ डिपार्टमेंट ने कहा है कि नए केस अगले कुछ दिनों में तेज़ी से बढ़ सकते हैं. अस्पतालों में मरीज़ों की संख्या में भी इज़ाफ़ा हो सकता है. सीडीसी के मुताबिक़, FLiRT वैरिएंट के दो स्ट्रेन ( KP.1.1 और KP.2) फेल रहे हैं. दुनिया में कोविड के केस बढ़ने का कारण यही दोनोंं वैरिएंट है.
फ़्लर्ट वैरिएंट इस वजह से तेज़ी से बढ़ रहा है क्योंकि इसके स्पाइक प्रोटीन में लगातार म्यूटेशन हो रहा है. इससे लोग आसानी से संक्रमित हो रहे हैं. भारत में भी फ़्लर्ट वैरिएंट के 200 से अधिक मामले आ चुके हैं. महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट KP.2 के 90 केस रिपोर्ट हो चुके हैं. राज्य में कोविड के मामलों में इज़ाफ़ा हो रहा है. क्या दुनियाभर में कोरोना के बढ़ते केस किसी नई लहर का संकेत है? आइए इस बारे में जानते है.
क्या कोरोना की नई लहर आएगी ?
महामारी एक्सपर्ट डॉ जुगल किशोर के मुताबिक, कोरोना वायरस अभी खत्म नहीं हुआ है. इस वायरस के मामले आते रहेंगे. चूँकि वायरस में म्यूटेशन हो रहा है तो नए वैरिएंट आ रहे हैं. इस वजह से केस बढ़ रहे हैं, लेकिन इसमें घबराने वाली कोई बात नहीं है. केस फ़्लर्ट वैरिएंट से बढ़ रहे हैं. ये ओमिक्रॉन का ही सब वैरिएंट है. अधिकतर मरीज़ों में इसके लक्षण हल्के ही हैं. फिलहाल कोई गंभीर खतरा नहीं है. हालाकि लोगों को अलर्ट रहने की जरूरत है.
क्या भारत में भी है ख़तरा
सिंगापुर और अमेरिका में कोरोना के केस बढ़ने के बाद भारत में भी मामले बढ़ने की आशंका जताई जा रही है, लेकिन क्या भारत में भी ख़तरा है? इस बारे में डॉ जुगल किशोर कहते हैं की भारत में कोरोना की नर्ई लहर का खतरा नहीं है. अगर केस बढ़ते भी हैं तो मामूली इज़ाफ़ा ही होगा. फ़िलहाल भारत समेत दुनियाभर में कोरोना के पुराने वैरिएंट के ही सब वैरिएंट आ रहे हैं. जिनके लक्षण हल्के हैं, लेकिन लोगोंं को सलाह है कि कोरोना को लेकर लापरवाही न बरतेंं और अपनी सेहत का ध्यान रखें. खासतौर पर बुजुर्ग, छोटे बच्चे और गर्भवती महिलाएं अपनी हेल्थ को लेकर अर्लट रहें. फ्लू के लक्षण दिखने पर कोविड की जांच कराएं.