रेमंड के सीएमडी गौतम सिंघानिया ने निजी जिंदगी और कारोबार के अलग-अलग होने की बात कही है। पत्नी और पिता से विवाद के बीच उन्होंने कहा है कि उनका निजी जीवन उनके व्यवसायों से जुड़ा नहीं है। कोरोना महामारी के बाद से उनके कारोबार ने जोरदार बढ़त हासिल की। रेमंड कपड़ा और परिधान बनाने वाली प्रमुख कंपनी है। 58 साल के सिंघानिया अभी उनसे अलग हो चुकीं पत्नी नवाज मोदी सिंघानिया से सेटेलमेंट विवाद में उलझे हुए हैं। दोनों ने पिछले साल नवंबर में अलग होने की घोषणा की थी। गौतम के पिता विजयपत सिंघानिया का झुकाव भी बहू की तरफ है। रेमंड के प्रमुख ने ईटी को दिए इंटरव्यू में बताया कि हाल ही में कुछ समूह कंपनियों के बोर्ड से नवाज मोदी को हटाया जाना उनके प्रति ‘विश्वास की कमी’ के कारण था।
गौतम सिंघानिया बोले, ‘मैं इस पर बात नहीं करना चाहता हूं कि हमारे बीच क्या हुआ है। सभी कारोबार बढ़ रहे हैं।’ उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनका निजी जीवन निजी है। वह इसे व्यक्तिगत रूप से देखेंगे। उन्होंने दो प्यारी बेटियों का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने उनके हित में बयानबाजी करने से इनकार किया है। गौतम सिंघानिया ने यह कहते हुए निष्कर्ष निकाला कि उनका निजी जीवन व्यवसाय क्षेत्र में किसी के लिए भी प्रासंगिक नहीं है।
पिछले साल 22 नवंबर को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में रेमंड का शेयर 1,666 रुपये के निचले स्तर पर पहुंच गया था। ऐसी खबरें आई थीं कि नवाज मोदी सिंघानिया ने संपत्ति का 75% हिस्सा मांगा है। उस समय से शेयर में बेहतरी देखी गई है। 3 मई तक शेयर की कीमत 2,227.45 रुपये पर थी।
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तीन कंपनियों की रीस्ट्रक्चरिंग पर चर्चा
रेमंड समूह की तीन निजी कंपनियों जेके इन्वेस्टर्स (बॉम्बे), रेमंड कंज्यूमर केयर और स्मार्ट एडवाइजरी एंड फिनसर्व ने अप्रैल की शुरुआत में नवाज मोदी सिंघानिया को अपने बोर्ड से हटा दिया था। गौतम सिंघानिया को फिर से एमडी नियुक्त किया गया। यह नियुक्ति 1 जुलाई, 2024 से प्रभावी है। नवाज मोदी सिंघानिया ने सवालों का जवाब नहीं दिया। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनके पति ने पिछले साल सितंबर में उनके और उनकी एक बेटी के साथ मारपीट की थी। दोनों की शादी 1999 में हुई थी।
जहां तक रेमंड में उनके निदेशक पद का सवाल है, तो गौतम सिंघानिया ने कहा कि यह कंपनी के बोर्ड पर निर्भर करता है। इसमें स्वतंत्र निदेशकों का अच्छा खासा समूह है।
बढ़ रहा 10 हजार करोड़ रुपये का ग्रुप
गौतम बोले, 10,000 करोड़ रुपये का रेमंड ग्रुप तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसका लाइफस्टाइल डिवीजन ग्रुप में प्रमुख हिस्सेदारी रखता है। इस डिवीजन में परिधान और फैब्रिक शामिल हैं। वहीं, नया रियल एस्टेट व्यवसाय बड़ा होने की संभावना दिखाता है। सिंघानिया ने कहा, ‘हमारे समूह के व्यवसाय तेजी से बढ़ रहे हैं।’