जयपुर. राजस्थान में मरीजों को अब सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर को दिखाने के लिए लाइन में नहीं लगना पड़ेगा. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशों के बाद अब अस्पतालों में मरीजों को लंबी-लंबी कतारों से छुटकारा दिलाने की दिशा में काम शुरू हो गया है. राज्य सरकार के एक साल पूरा होने पर राजधानी जयपुर के कांवटिया अस्पताल में ‘क्यू मैनजमेंट सिस्टम’ लागू किया जाएगा. उसके बाद इसे प्रदेश के अन्य सरकारी अस्पतालों में लागू किया जाएगा.
सरकारी अस्पतालों में इलाज लेना आसान नहीं होता है. छोटी से छोटी बीमारी के लिए डॉक्टर का परामर्श लेने के लिए मरीजों को घंटों कतारों में खड़े रह कर इंतजार करना पड़ता है. लेकिन राजस्थान में इसे इतिहास बनाने की शुरुआत हो गई है. सीएम के आदेशों के बाद अब मरीजों को कतारों से राहत दिलाने की कवायद की जा रही है. अब अस्पतालों में क्यू मैनजमेंट सिस्टम लागू किया जा रहा है. इसकी शुरुआत राजधानी जयपुर के शास्त्री नगर स्थित कांवटिया अस्पताल से होने जा रही है.
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सरकार की पहली वर्षगांठ पर होगी इसकी शुरुआत
राजस्थान की बीजेपी सरकार की पहली वर्षगांठ पर इसकी शुरुआत की जाएगी. क्यू मैनजमेंट सिस्टम को लेकर चिकित्सा शिक्षा सचिव ने रविवार को कांवटिया अस्पताल का दौरा किया. चिकित्सा शिक्षा सचिव अम्बरीश कुमार ने बताया इस व्यवस्था के तहत कि मरीज को अस्पताल पहुंचने पर ऑटोमैटिक मशीन से टोकन मिलेगा. फिर मरीज को ओपीडी कांउटर से पर्ची कटानी होगी.
6 माह में 78 अस्पतालों में इस सिस्टम को लागू किया जाएगा
उसके बाद मरीज के मोबाइल नंबर पर डॉक्टर से परामर्श का संभावित समय और नंबर आ जाएगा. इसके साथ ही डॉक्टर रूम के बाहर टोकन नंबर डिस्प्ले होगा. नंबर आने पर मरीज डॉक्टर्स से परामर्श ले सकेंगे. इस दौरान मरीज के कतारों में खड़े रहने की जरुरत नहीं पड़ेगी. कांवटिया अस्पताल में क्यू मैनजमेंट सिस्टम लागू करने के बाद अगले छह महीनों में चरणबद्ध तरीके से अलग अलग मेडिकल कॉलेजों के 78 अस्पतालों में भी इस सिस्टम को लागू किया जाएगा.
जल्द ही ऑनलाइन अपॉइटमेंट की भी शुरुआत होने वाली है
चिकित्सा शिक्षा सचिव अम्बरीश कुमार ने बताया कि क्यू मैनजमेंट सिस्टम के साथ ही ऑनलाइन अपॉइटमेंट की भी शुरुआत जल्द होने वाली है. इसमें मरीज को मोबाइल एप से ही डॉक्टर का ऑनलाइन अपॉइटमेंट मिल जाएगा. इसमें मरीज ओपीडी समय में अपने तय समय के अनुसार डॉक्टर से परामर्श ले सकेगा. अस्पतालों में मरीजों की भारी भीड़ को मैनेज करने और मरीजों की दिक्कतों को दूर करने के लिए क्यू मैनजमेंट सिस्टम लागू किया जा रहा है. कोशिश है कि मरीजों को कतारों में इंतजार नहीं करना पड़े और उन्हें आसानी से इलाज मिल पाए.