अहमदाबाद विमान हादसे को लेकर टाटा संस और एयर इंडिया के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन का एक इंटरव्यू सामने आया है. जिसमें उन्होंने उन सभी लोगों से माफी मांगी हैं, जिन्होंने इस विमान हादसे में अपने परिजनों को खो दिया हैं. इस हादसे में करीब 270 लोगों की जानें चली गई थी.
इंटरव्यू में एन चंद्रशेखरन ने अहमदाबाद विमान हादसे के हर एक पहलू पर बात की. उन्होंने कहा कि मैं उन लोगों के दुख को समझ ही नहीं सकता, जिन्होंने अपने परिवार के किसी सदस्य को खोया है. उन्होंने कहा कि हम हर स्थिति में मृतकों और घायलों के परिवार वालों के साथ हैं.
‘मेरे पास शब्द नहीं’
विमान हादसे को लेकर चंद्रशेखरन ने कहा कि यह बहुत ही कठिन घड़ी है. मेरे पास मृतकों के परिवारों को सांत्वना देने के लिए कोई शब्द नहीं है. उन्होंने कहा कि मुझे बहुत अफसोस है कि यह विमान हादसा टाटा की तरफ से संचालित एयरलाइन में हुआ हैं. उन्होंने मृतकों के परिवार वालों को सांत्वना देते हुए कहा कि हम इस समय केवल इतना कर सकते हैं कि हम परिवारों के साथ रहें, उनके साथ दुख व्यक्त करें. उन्होंने कहा कि हम इस समय और उसके बाद भी उनका समर्थन करने के लिए सब कुछ करेंगे.
विमान हादसे के कारण पर बोले चेयरमेन
जब चंद्रशेखरन से पूछा गया कि इस विमान दुर्घटना के किसी कारण का पता चला? इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि इस मामले पर अभी कुछ टिप्पणी नहीं कर सकते. जांच पूरी होने तक का इंतजार करना होगा. उन्होंने कहा कि जांच ब्यूरो ने इस विमान दुर्घटना की जांच शुरू कर दी हैं. सरकार ने इसके लिए एक उच्च स्तरीय समिति का भी गठन किया है. जिससे अहमदाबाद विमान हादसे के कारणों का जल्द से जल्द पता लगाया जा सके. इसके आगे चंद्रशेखरन ने कहा कि इस दुर्घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट आने में एक महीने का समय लग सकता है.
इतिहास रह चुका है साफ सुथरा
चंद्रशेखरन ने दावा किया कि दुर्घटनाग्रस्त विमान AI171 का इतिहास साफ-सुथरा था. अभी तक इस विमान को लेकर कोई दुर्घटना सामने नहीं आई है. उन्होंने इसके इंजन की बात करते हुए कहा कि इस विमान का दायां इंजन बिल्कुल नया था, जिसे मार्च 2025 में लगाया गया था. बायां इंजन की सर्विस आखिरी बार 2023 में की गई थी. उन्होंने कहा कि दिसंबर 2025 में इसकी अगली रखरखाव की जांच होनी थी. परंतु उससे पहले ही यह विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
ब्लैक बॉक्स और रिकॉर्डर बताएंगे कहानी
चंद्रशेखरन ने कहा कि दोनों पायलट काफी अनुभवी थे. कैप्टन सभरवाल के पास 11,500 घंटे से ज्यादा उड़ान का अनुभव था. कुंदर जो कि फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव थे, उनके पास 3400 घंटे से ज़्यादा उड़ान का अनुभव था. उन्होंने कहा कि मैंने उनके सहकर्मियों से जो सुना है वह यह है कि वे बेहतरीन पायलट थे. इसलिए इस दुर्घटना को लेकर हम जल्दबाजी नहीं कर सकते और न ही अभी किसी निष्कर्ष पर पहुंच सकते हैं. उन्होंने कहा कि मुझे सभी विशेषज्ञों ने बताया है कि विमान में मिले ब्लैक बॉक्स और रिकॉर्डर निश्चित रूप इस दुर्घटना की कहानी बताएंगे.
कारण बताओं नोटिस पर बोले चंद्रशेखरन
चंद्रशेखरन से जब डीजीसीए की तरफ से हाल ही में एयर इंडिया को जारी किए गए कारण बताओ नोटिस या परिचालन संबंधी मामलों के लिए एयरलाइन पर लगाए गए जुर्माने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि ये एआई 171 विमान से संबंधित नहीं थे. उन्होंने कहा कि ये सुरक्षा मुद्दों से अलग है. क्योंकि अगर कोई सुरक्षा मुद्दा होता हो तो डीजीसीए किसी भी हालत में हमें उड़ान भरने की अनुमति नहीं देता.
एयर इंडिया की कई उड़ाने हो रही हैं रद्द
12 जून की त्रासदी के बाद एयर इंडिया की कई उड़ानें रद्द कर दी गई हैं. जिसकी वजह से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. चंद्रशेखरन ने कहा कि एयर इंडिया को इन मामलों के बारे में यात्रियों के साथ बेहतर संवाद करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि हम हर दिन 1100 से अधिक उड़ानें भरते हैं, लेकिन पिछले छह दिनों में, हर रोज लगभग 16 से 18 उड़ानें रद्द हो रहीं हैं.
