Jaipur Lok Sabha Election 2024: जयपुर शहर की स्थापना 1728 में आमेर के महाराजा जयसिंह द्वितीय ने की थी. जयपुर अपनी खूबसूरती, अपनी संस्कृति, अपने रंग और ऐतिहासिकता के लिए जाना जाता है. इन सब के साथ राजस्थान की राजनीति का केंद्र भी ये शहर है. लोकसभा चुनाव के लिए समीकरण, चुनावी योजनायें यहीं से बनेंगी, इसका असर सिर्फ जयपुर तक ही नहीं रहता बल्कि पूरे राजस्थान की सियासत यहां बनी रणनीतियों से प्रभावित होती है. जयपुर ऐसी सीट है, जहां पिछले 1989 से 2019 तक कांग्रेस ने सिर्फ एक बार ही जीत दर्ज की है. इस लिहाज से देखा जाये तो कांग्रेस के लिए ये सीट जीतना आसान नहीं होगा. अगर 1952 में पहले आम चुनाव से अब तक की बात करें तो 1952, 1984, और 2009 में ही कांग्रेस को इस सीट पर जीत मिली है.
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कौन-कौन कब जीता, कांग्रेस के पक्ष में नहीं इतिहास
1952 में जब देश में पहली बार आम चुनाव हुए तो इस सीट पर पर भी वोट डाले गए. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के दौलत मल यहां के पहले सांसद रहे. उन्होंने तब 49773 वोट हासिल किये थे. दूसरी बार 1957 में हुए चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार हरीश चंद्र के खाते में ये सीट चली गई. 61270 वोटों के साथ इस सीट से किसी निर्दलीय का जीतना बड़ी घटना थी. तीसरी बार 1962 में सवाई मान सिंह की पत्नी और स्वतंत्र पार्टी की उम्मीदवार गायत्री देवी ने जीत दर्ज की. उन्हें 192909 वोट मिले. 1967 में भी स्वतंत्र पार्टी की जी देवी 196892 वोटों के साथ जीतीं. गायत्री देवी ने 1971 में फिर से जीत दर्ज की.
1977 में भारतीय लोक दल के सतीश चंद्र सांसद बने. उन्हें 249367 वोट मिले. 1980 में जनता पार्टी के सतीश चंद्र अग्रवाल को जीत मिली. 1984 में कांग्रेस के नवल किशोर शर्मा को जीत मिली.
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1989 से अब तक बीजेपी का परचम: भारतीय जनता पार्टी को 1989 में पहली बार इस सीट पर जीत मिली. गिरधारी लाल भार्गव ने 384125 वोटों के साथ कांग्रेस की भवानी सिंह को करीब आठ हज़ार वोट से हरा दिया. 1991 में भी दूसरी बार गिरधारी लाल भार्गव ही जीते. 1996 के चुनाव में भी गिरधारी लाल भार्गव जीते. 1998 में हुए चुनाव में भी लगातार चौथी बार गिरधारी लाल भार्गव को जीत मिली. 1999 के चुनाव में पांचवीं बार, 2004 के चुनाव में पांचवीं बार भी बीजेपी के ही गिरधारी लाल भार्गव ही जीते. बीजेपी और गिरधारी लाल भार्गव इस सीट पर 1989 से 2004 में लगातार जीतते रहे.
2009 में टूटा क्रम, लेकिन…: 2009 में इस सीट पर कांग्रेस के महेश जोशी ने बीजेपी प्रत्याशी घनश्याम तिवाड़ी को हरा दिया. और 1984 के बाद फिर से इस सीट पर वापसी की, लेकिन 2014 में राष्ट्रीय समाजवादी पार्टी सेकुलर के खाते में चली गई, इस पार्टी को बीजेपी का समर्थन प्राप्त था. 2019 में बीजेपी के ही रामचरण बोहरा सांसद बने. रामचरण बोहरा को 924065 वोट मिले. उन्होंने कांगेस की ज्योति खंडेलवाल को 430626 से हराया.
2019 में थे इतने वोट: लोकसभा चुनाव 2019 में जयपुर लोकसभा सीट पर कुल 2127021 वोटर थे. 2019 में इस सीट पर 68 प्रतिशत वोटिंग हुई थी. पुरुष मतदाता 1119477, महिला मतदाता 1007519 थे.
इस बार ये हैं प्रमुख प्रत्याशी
इस बार बीजेपी ने यहां से मंजू शर्मा, कांग्रेस ने प्रताप सिंह खाचरियावास को चुनाव मैदान में उतारा है, जबकि बसपा ने राजेश तलवार को टिकट दिया है. इस सीट पर पहले चरण में 19 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे.