Bike Rent Business: राजधानी में किराए पर बाइक का बिजनेस खूब फल-फूल रहा है। स्थिति यह है कि इस बिजनेस में ज्यादातर लोग ऐसे हैं, जिन्होंने तीन से पांच लाख रुपए खर्च कर शुरुआत की और हर महीने 40 से 50 हजार रुपए बचाकर बिजनेस को बढ़ाया। यही वजह है कि अब बड़े होटलों से लेकर, कॉलेज और विश्वविद्यालयों के आस-पास बाइक किराए पर मिल रही हैं। वहीं, कुछ सर्विस प्रोवाइडर तो ऐसे हैं, जिन्होंने शहर में पांच से सात सेंटर खोल रखे हैं और बाइक किराए पर दे रहे हैं।
मैंने नौ बाइक से अपना बिजनेस शुरू किया था। अब 127 बाइक हैं। रोज 70 से 80 फीसदी बाइकों की बुकिंग हो जाती है। ऑफ सीजन में 60 फीसदी तक बाइक की बुकिंग होती है। मंथली रेंट पर भी लोग बाइक ले रहे हैं।
-सवाई सिंह राठौड़, बाइक सर्विस प्रोवाइडर
जो युवा जयपुर घूमने आते हैं, वे बाइक किराए पर लेना पसंद करते हैं। ऑनलाइन ऐप के जरिए बुकिंग करते हैं। पांच घंटे के 500 रुपए हैवी बाइक के लेते हैं। पेट्रोल ग्राहक खुद भरवाते हैं।
-विक्रम सिंह, बाइक सर्विस प्रोवाइडर
ये फायदे
- – 6 हजार रुपए में एक महीने के लिए बाइक मिलती है। बाहर से कुछ महीने आकर काम करने वाले लोग इस सुविधा का फायदा उठा रहे हैं।
- – जो लोग घूमने के लिए आते हैं, वे पांच घंटे या इससे अधिक के लिए बाइक किराए पर लेते हैं। एक ही दिन में राजधानी के सभी दर्शनीय स्थलों को देख लेते हैं।
- – इन लोगों का किराये में पैसा कम लगता है और समय भी बचता है। वहीं, स्थानीय बिजनेस को भी बढ़ावा मिल रहा है।
यह है बिजनेस बढ़ाने का फॉर्मूला
इस बिजनेस में कुछ तो बड़े प्लेयर हैं, जिनके पास 300 से 400 दो पहिया वाहन हैं। इसके अलावा ज्यादातर ऐसे हैं, जिनके पास 20 से 40 बाइक ही हैं।
पांच बाइक खरीदने में करीब पांच लाख रुपए खर्च होते हैं। एक बाइक का पूरे दिन का किराया करीब 400 रुपए होता है। यानी रोज 1500 से 2000 रुपए मिलते हैं।
30 दिन में करीब 50 हजार रुपए तक का बिजनेस हो जाता है। यही वजह है कि जिन लोगों ने इसमें कदम रखा, वे गाड़ियों की संख्या लगातार बढ़ाते जा रहे हैं।