मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिलाओं की बेहतरी के लिए बहुत सारे काम कर राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में रहे हैं। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से लेकर शिक्षा-नौकरी तक में महिलाओं के लिए आरक्षण का विशेष प्रावधान करने के कारण उनकी पहचान है। महिलाओं की मांग पर बिहार में शराबबंदी कानून लागू कर वह सुर्खियों में रहे थे। जीविका दीदी जैसे प्रोजेक्ट के कारण बिहार में महिलाओं को खूब मौके मिले हैं। उनकी पार्टी जनता दल यूनाईटेड ने ही मूलत: बिहार की राजनीति में महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ाई। इन सारी बातों का असर हर चुनाव में दिखता है। ताजा-ताजा असर प्रशांत किशोर ने झेला, जब उप चुनाव के ठीक पहले उन्होंने शराबबंदी खत्म करने का वादा किया। असर ऐसा कि उप चुनाव के दौरान बूथों पर महिलाएं ही ज्यादा दिखीं और नीतीश कुमार के साथ एनडीए ने चार की चारों सीटें जीत लीं। जहां तीन-एक से पीछे थी, वहां चार-शून्य से जीत गई। ऐसे में बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी में जुटे तेजस्वी यादव के लिए लालू प्रसाद यादव का नीतीश कुमार को लेकर दिया गया बयान मुसीबत न बन जाए!
नीतीश जा रहे महिला संवाद यात्रा पर, लालू ने कहा- आंख सेंकने जा रहे
सीएम नीतीश कुमार अधिकार यात्रा, संवाद यात्रा जैसी कई यात्राएं करने के बाद अब महिला संवाद यात्रा पर निकलने वाले हैं। महाराष्ट्र में सरकार गठन समारोह में जाने के कारण यात्रा की तिथि बदली, लेकिन अब इसकी तैयारी तेज है। इस बीच राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने 2025 के विधानसभा चुनाव में 225 सीटें जीतने के सीएम नीतीश के दावे के सवाल पर कहा- “वह पहले वो अपनी आंख सेंक लें, तब यह सब दावे करें। वह आंख सेंकने ही जा रहे हैं।” लालू यादव ने जो कहा, उसपर नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाईटेड के साथ सहयोगी भारतीय जनता पार्टी ने भी उन्हें कसकर घेर लिया है। भाजपा ने उनकी दिमागी हालत पर सवाल उठाया है तो जदयू ने उनकी सोच को निकृष्ट बताया है।
जदयू को बैठे-बिठाए मिला मुद्दा, तेजस्वी यादव के लिए बनेगा मुसीबत?
चार विधायकों के सांसद बनने से खाली हुई महागठबंधन की तीन और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की एक सीट के लिए पिछले दिनों बिहार विधानसभा उप चुनाव हुआ था। चाणक्य इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटिकल राइट्स एंड रिसर्च के अध्यक्ष सुनील कुमार सिन्हा कहते हैं- “इस उप चुनाव में स्थानीय मुद्दे होते, लेकिन पहली बार राजनीतिक दल के रूप में प्रत्याशी उतारने वाले प्रशांत किशोर ने एनडीए को बैठे-बिठाए मुद्दा दे दिया। पीके ने इस उप चुनाव में जीत के बाद बिहार विधानसभा चुनाव जीतकर शराबबंदी खत्म करने का वादा किया। महात्मा गांधी की जयंती पर पीके के इस बयान को एनडीए ने उनसे ज्यादा प्रचारित किया। नतीजा यह रहा कि चारों विधानसभा सीटोें पर महिला मतदाताओं ने खुलकर शराबबंदी के पक्ष में समर्थन दिया। चारों सीटें एनडीए के खाते में आ गईं।
नीतीश कुमार महिलाओं का साथ हमेशा देते रहे हैं और बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले इस यात्रा के जरिए भी वह उनकी बात ही सुनना चाहते हैं। ऐसे में उनकी यात्रा पर जिस तरह से लालू प्रसाद ने आपत्तिजनक टिप्पणी की है, वह तेजस्वी यादव के लिए नुकसानदेह हों तो आश्चर्य नहीं।” दरअसल, जदयू-भाजपा का प्रचार तंत्र लालू प्रसाद के इस बयान के सामने आने के बाद जिस तरह से सक्रिय हुआ है, उसे देखकर यह समझना मुश्किल नहीं कि यह बात निकली है तो बहुत दूर तक जाएगी। खासकर, नीतीश की इस यात्रा के दौरान तो लालू प्रसाद की आपत्तिजनक टिप्पणी से महिलाओं को वाकिफ कराने के लिए पूरी ऊर्जा खपाई जाएगी।