भारतीय पहलवान विनेश फोगाट की पेरिस ओलंपिक 2024 में संयुक्त रजत पदक की याचिका को बुधवार को कोर्ट ऑफआर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) ने खारिज कर दिया। विनेश को अधिक वजन के कारण 50 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती स्वर्ण पदक मैच से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। पहलवान ने खेल पंचाट के समक्ष इस वर्ग में संयुक्त रजत पदक के लिए अपील की, लेकिन उनके अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया। खेल पंचाट ने अपने शुरुआती आदेश में कहा, ‘विनेश फोगाट का सात अगस्त 2024 को दायर आवेदन खारिज किया जाता है।’ 2020 टोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता पहलवान बजरंग पुनिया ने विनेश पर सीएएस के फैसले पर प्रतिक्रिया देने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया।
विनेश ने अपनी अपील में मांग की थी कि उन्हें क्यूबा की पहलवान गुजमान लोपेज के साथ संयुक्त रजत पदक दिया जाए जो सेमीफाइनल में उनसे हार गई थी, लेकिन भारतीय पहलवान के अयोग्य करार दिए जाने के बाद लोपेज को खिताबी मुकाबले में भेजा गया। स्वर्ण पदक अमेरिका की सारा एन हिल्डेब्रांट ने जीता। आईओए अध्यक्ष पीटी उषा ने बयान में इस घटनाक्रम पर ‘हैरानी और निराशा’ व्यक्त की। संस्था ने यूनाईटेड विश्व कुश्ती (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) के ‘अमानवीय नियमों’ की भी आलोचना की जो खिलाड़ियों के शारीरिक और मनोवैज्ञानिक तनाव पर विचार करने में विफल रहे।
विनेश के साथी और टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया ने कहा कि उन्हें शनिवार को पेरिस से स्वदेश लौटना है। आईओए ने कहा कि वह कानूनी विकल्प को तलाशना जारी रखेगा लेकिन इस समय यह मामला बंद होता प्रतीत होता है। आईओए ने कहा, ‘पेरिस ओलंपिक खेलों में महिलाओं के 50 किग्रा वर्ग में साझा रजत पदक के लिए विनेश के आवेदन को खारिज करने के 14 अगस्त के फैसले का अमल करने वाला फैसला उसके और खेल समुदाय के लिए काफी मायने रखता है।’