दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आम आदमी पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री का अगला चेहरा कौन होगा, इस पर सोमवार सुबह मुहर लग जाएगी। सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री के साथ नए कैबिनेट के नामों पर नए मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट में भी थोड़ा बहुत बदलाव किया जा सकता है। इसकी भी चर्चा गर्म है।
आम आदमी पार्टी के सूत्रों का कहना है कि यह बदलाव आगामी चुनाव को ध्यान में रखकर किया करने की संभावना है। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार सुबह अपने आवास पर विधायक दल की बैठक बुलाई है। बैठक में मुख्यमंत्री के नाम का प्रस्ताव रखा जाएगा।
विधायकों की सहमति के बाद उन्हें नए मुख्यमंत्री बनाने का दावा एलजी के पास पेश किया जाएगा। ‘आप’ सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मंगलवार को जब अपना इस्तीफा देने राजनिवास कार्यालय जाएंगे, उसी समय आम आदमी पार्टी की तरफ से दोबारा मुख्यमंत्री के नए चेहरे के साथ सरकार गठन का दावा भी पेश किया जाएगा।
आतिशी का दावा मजबूत, पर नए नाम पर दांव
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का उत्तराधिकारी कौन होगा, इस पर अंतिम पसंद अरविंद केजरीवाल की होगी। हालांकि, राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि मौजूदा हालात में आतिशी का दावा सबसे मजबूत है। वह पहले से सरकार में हैं और ज्यादातर सभी अहम विभाग उनके पास हैं। वह महिला होने के साथ-साथ शीर्ष नेतृत्व की भरोसेमंद और पसंदीदा भी है। हालांकि, दिल्ली समेत हरियाणा, महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों में चुनाव को देखे तो सरकार दलित चेहरे पर दांव लगा सकती है, जिससे पार्टी का कोर वोट बैंक हर बार की तरह इस बार भी पार्टी के साथ जुड़ा रहे। दलित वोट ‘आप’ के लिए कितना जरूरी है, इसका अंदाजा इससे लगा सकते है कि लोकसभा चुनाव में भी पूर्वी दिल्ली की सामान्य सीट पर दलित चेहरे को मौका दिया था।