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July 1, 2025 8:11 pm

इस मामूली वजह से बड़े टेंशन में हैं तुर्किए के एर्दोआन…….’न जंग न राष्ट्रपति कुर्सी जाने का डर…..

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जलवायु परिवर्तन और बढ़ती गर्मी के चलते इस साल तुर्किए में जंगलों में आग लगने का खतरा और भी ज्यादा बढ़ गया है. इसे देखते हुए राष्ट्रपति रेसेप तैय्यप एर्दोआन ने सोमवार को अंकारा के एतिमेसगुट एयरपोर्ट पर आयोजित ग्रीन होमलैंड हीरोज ऑन ड्यूटी कार्यक्रम में देश को चेताया और नई फायरफाइटिंग व्यवस्थाओं का एलान किया.

राष्ट्रपति एर्दोआन ने कहा कि तापमान बढ़ रहा है, नमी घट रही है और हवाएं तेज हैं. ऐसे में जंगलों के पास खेतों में भी आग जलाना खतरनाक गलती है. ये केवल लापरवाही नहीं, देश से गद्दारी है. उन्होंने कहा कि हर नागरिक को सतर्क रहना होगा.

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बढ़ी एयरफायर ताकत, शामिल हुए नए एयरक्राफ्ट और AI ड्रोन

इस मौके पर तुर्किए के पास जो नई आग बुझाने वाली हवाई गाड़ियां हैं, उन्हें उनके ठिकानों पर रवाना किया गया. 2002 में जहां एक भी पानी गिराने वाला विमान नहीं था, अब तुर्किए के पास 27 फायरफाइटिंग एयरक्राफ्ट, 105 हेलिकॉप्टर और 14 ड्रोन हैं. साथ ही 184 AI-सक्षम टावर भी काम कर रहे हैं.

जंगल भी बढ़े, पर खतरे भी दुगुने

एर्दोआन ने बताया कि पिछले 10 सालों में जंगल की आग से नष्ट क्षेत्र दोगुना हो गया है. 2024, पिछले 145 सालों का सबसे गर्म साल था. 2002 में जहां देश के पास 20.8 मिलियन हेक्टेयर जंगल था, अब 23.4 मिलियन हेक्टेयर हो चुका है. भविष्य के लिए सांस मुहिम में 7.5 अरब पौधे लगाए गए हैं.

रूरल इकॉनमी को भी जोड़ रहे हैं जंगलों से

सरकार जंगल गांवों में रहने वाले 12,000 परिवारों को 2025 में 2.6 अरब लीरा की मदद देगी. अखरोट, बादाम, लैवेंडर जैसे पेड़ों से गांव वालों की आय भी बढ़ाई जा रही है. एर्दोआन ने जंगलों की आग के बाद सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे फेक फोटो और झूठे आरोपों पर भी नाराज़गी जताई. उन्होंने कहा कि ये उन फायरफाइटर्स का अपमान है जो अपनी जान जोखिम में डालते हैं.

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