दुनिया के कुछ देशों में कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं. इस बीच अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने फाइजर और मॉडर्ना जैसी कंपनियों को निर्देश दिया है कि वे अपनी कोविड-19 वैक्सीन पर एक चेतावनी लिखें. यह चेतावनी हार्ट संबंधी समस्याओं के संभावित जोखिम के बारे में होनी चाहिए, विशेष रूप से हार्ट की समस्या मायोकार्डिटिस और पेरीकार्डिटिस जैसी स्थितियों के बारे में लिखना जरूरी है. यह चेतावनी इसलिए जोड़ने का आदेश दिया गया है ताकि जो लोग टीके लगवाना चाहते हैं उनको पहले से ही वैक्सीन के संभावित रिस्क के बारे में जानकारी हो.
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एफडीए ने कहा है कि वैक्सीन पर मायोकार्डिटिस की चेतावनी होनी चाहिए. यह हार्ट की मांसपेशियों की सूजन है, जो वैक्सीन के दुष्प्रभाव के रूप में हो सकती है. इसी तरह पेरीकार्डिटिस के बारे में भी लिखा होना चाहिए. यह हार्ट के चारों ओर की परत की सूजन है, जो भी वैक्सीन के कारण हो सकती है. मायोकार्डिटिस और पेरीकार्डिटिस दोनों ही हार्ट की बीमारियों हैं जो हार्ट अटैक से लेकर हार्ट फेल होने तक का कारण बन सकती हैं.दरअसल, कोरोना वैक्सीन लगाने के बाद हार्ट अटैक का जोखिम तेजी से बढ़ा है. ऐसे में लोगों का मानना है कि कोविड वैक्सीन लेने से यह स्थिति पैदा हो रही है. अब अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने यह निर्देश जारी किया है.
वैक्सीन को लेकर उठते रहे हैं सवाल
कोविड वैक्सीन को हार्ट को नुकसान होने से संबंधित दावे पहले भी किए गए हैं, लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन से लेकर आईसीएमआर ने इन दावों को खारिज कर दिया था. अब एफडीए ने इन कंपनियों को निर्देश दिया है कि वे अपनी वैक्सीन के लेबल पर इस संभावित जोखिम के बारे में जानकारी शामिल करें. यह निर्णय वैक्सीन की सुरक्षा के बारे में और अधिक जानकारी प्रदान करने के लिए लिया गया है. यह चेतावनी उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो वैक्सीन लगवाने की योजना बना रहे हैं या जिन्होंने पहले ही वैक्सीन लगवा ली है. वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभावशीलता के बारे में अधिक जानकारी के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों से परामर्श करना उचित होगा.
फिर से बढ़ रहा कोरोना का खतरा
कोरोना वायरस का खतरा फिर से बढ़ रहा है. सिंगापुर से लेकर भारत तक में इस वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. कोरोना का इस बार एक नया सब वेरिएंट आया है. इसका नाम JN.1 वेरिएंट है. हालांकि अब तक ऐसा कोई संकेत नहीं मिला है जिससे यह लगे कि यह वेरिएंट पहले से ज्यादा खतरनाक या तेजी से फैलने वाला है. ऐसे में पैनिक होने की जरूरत नहीं है. लेकिन जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर हुई है और जिनको कोविड से पहले गंभीर खतरा रहा है उनको खास सावधानी बरतने की जरूरत है. इसके अलावा जिन लोगों को गंभीर बीमारियां जैसे हार्ट डिजीज, किडनी इंफेक्शन और कैंसर जैसे संक्रमण है उनको भी विशेष सावधानी बरतनी चाहिए.
