जयपुर. राजस्थान के इतिहास में पहली बार आयकर छापे में क्रिप्टो करेंसी (Crypto Currency) का खाता मिला है. यह खाता आयकर विभाग की ओर से लग्जरी वेडिंग वेंडर्स पर की जा रही कार्रवाई सामने आया है. हालांकि ‘अंडर सर्च’ व्यक्ति ने इसका पासवर्ड देने से इनकार किया है. लेकिन आईटी की टीम ने इसके नोडल कंप्लायंस ऑफिसर को इस बारे में ई-मेल किया है. आईटी विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग ने वेंडर्स के सभी अकाउंट्स सीज कर दिए हैं. छापामारी की यह कार्रवाई आज भी जारी है.
कार्रवाई के दौरान आयकर इन्वेस्टिगेशन टीम की ओर से लग्जरी वेडिंग वेंडर्स के पास मिले सभी 20 लॉकर्स खोले गए तो उनमें अकूत धन राशि निकली है. इस कार्रवाई में अब तक 8.76 करोड़ रुपये कैश, 5.760 किलो सोना और आभूषण मिल चुके हैं. सोने के इन आभूषणों का बाजार मूल्य 3.41 करोड़ रुपये आंका गया है. आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन टीम ने कार्रवाई के दौरान कई फोन, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स भी जब्त किए हैं. वहीं टीम को एक्सेल शीट फॉर्मेट में लेन-देन का काफी डाटा भी मिला है.
आज पूरी हो सकती है आयकर इन्वेस्टिगेशन विंग की कार्रवाई पूरी
आयकर विभाग के अधिकारियों के मुताबिक कई कारोबारियों के व्हाट्सऐप डाटा में भी कैश लेन-देन का रिकॉर्ड मिला है. इन कारोबारियों की ओर से लग्जरी शादियों में थोड़े बहुत कामों की ही बिलिंग की गई. बाकी पूरा पैसा कैश में लिया गया है. यह कार्रवाई गुरुवार को सुबह शुरू हुई थी जो कि अभी तक चल रही है. माना जा रहा है कि यह कार्रवाई आज पूरी हो सकती है.
आईटी विभाग की इन पर है टेढ़ी नजर
आईटी विभाग के सर्च ऑपरेशन के दायरे में मुख्य रूप से जयपुर के तालुका टैंट हाउस, वेडिंग बाय भावना चारण और इंडियन वेडिंग प्लानर्स शामिल हैं. वहीं जे ओबेराय केटर्रस, माय बगिया फ्लोरिस्ट, मेपसॉर एक्सपीरिएंशियल वेडिंग्स और गुंजन सिंघल पर भी कार्रवाई की गई है. आईटी विभाग ने इनके जयपुर शहर में कुल 22 ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चला रखा है.