देश की राजधानी दिल्ली में अगले साल फरवरी में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसे देखते हुए राजनीतिक सक्रियता बढ़ गई है. सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के साथ ही बीजेपी और कांग्रेस ने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा चुनाव के लिए खास रणनीति बनाई है, जिसपर काम भी शुरू कर दिया गया है. केजरीवाल ने चार कैटेगरी के वोटबैंक को साधने की स्ट्रैटजी तैयार की है. आम आदमी पार्टी के रडार पर पूर्वांचली, महिला, सीनियर सिटीजन और ऑटो ड्राइवर्स हैं. अरविंद केजरीवाल ने इन्हें साधने के लिए पिछले कुछ दिनों में कई योजनाओं का ऐलान भी किया है. उनके इस मास्टरस्ट्रोक से निपट पाना विपक्षी दलों के लिए कतई आसान नहीं होने वाला है.
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1. पूर्वांचली
देश की राजधानी दिल्ली में पूर्वांचलियों (बिहार और उत्तर प्रदेश पूर्वांचल मूल के लोग) की आबादी अच्छी-खासी है. दिल्ली के हर हिस्से में पूर्वांचली समुदाय का दबदबा है. यही वजह है कि हर पार्टी इस वर्ग को लुभाने का प्रयास करते रहते हैं. अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी में भी काफी संख्या में पूर्वांचली मूल के लोग हैं. एक आंकड़े के अनुसार, दिल्ली के कुल वोटर्स में इस समुदाय की हिस्सेदार तकरीबन 42 फीसदी तक है. लिहाजा इस वोट बैंक को नजरअंदाज करना किसी के लिए भी संभव नहीं है. अरविंद केजरीवाल ने पूर्वांचलियों को लुभाने के लिए नायाब तरीका अपनाने पर विचार कर रही है. आम आदमी पार्टी ने पूर्वांचली समुदाय के हर वोटर के घर जाने की योजना बनाई है. इसके तहत आप कार्यकर्ता घर-घर जाकर पार्टी के एजेंडों और अभी तक उनके विकास के लिए किए काम के बारे में उन्हें अवगत कराएंगे.
2. महिला
आम आदमी पार्टी ने आधी आबादी को अपने पक्ष में करने की कोशिशें भी शुरू कर दी हैं. पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने हाल में महिलाओं को 1000 रुपये प्रति माह देने का फैसला किया है. इसके साथ ही उन्होंने ऐलान किया है कि विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता में आने पर इस राशि को बढ़ाकर 2100 रुपये कर दी जाएगी. इसके अलावा आप की ओर से महिला वोटर्स को अपने तरफ करने के लिए 5000 ऑल वुमेन टीम का गठन किया है. एक टीम में 8 महिलाएं होंगी. इनकी जिम्मेदारी माइक्रो लेवल पर सभाएं कर महिलाओं को पार्टी के एजेंडे और उनके लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी देना है. केजरीवाल की पार्टी वाली दिल्ली सरकार ने महिलाओं को हर महीने 1000 रुपये देने का ऐलान किया है.
3. ऑटो ड्राइवर
दिल्ली में रोजी रोटी की तलाश में देश के विभिन्न हिस्सों से लाखों की संख्या में लोग आते हैं. इनमें एक बड़ा हिस्सा ऑटोरिक्शा चलाकर अपना जीवन-यापन करते हैं. इसके अलावा दिल्ली के मूल निवासी भी इस तरह से अपना घर परिवार चलाते हैं. इनको साधने के लिए आम आदमी पार्टी शुरुआत से ही सजग और सतर्क रही है. पिछले दिनों अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के ऑटो ड्राइवर्स से मुलाकात की थी. इस मौके पर उन्होंने ऑटो चालकों के लिए 10 लाख रुपये के बीमा की घोषणा की. बता दें कि असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले अच्छा-खास वोट बैंक भी है और अरविंद केजरीवाल इन्हें अपनी तरफ करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं.
4. बुजुर्ग
अरविंद केजरीवाल ने इस बार सीनियर सिटीजन वोट बैंक को साधने के लिए भी मुकम्मल प्लानिंग की है. दिल्ली में बुजुर्गों की संख्या तकरीबन 15 से 25 लाख के बीच है, ऐसे में यह एक प्रभावी वोट बैंक है. आंकड़ों को ध्यान में रखते हुए अरविंद केजरीवाल ने बुजुर्गों के लिए खास हेल्थ स्कीम का ऐलान किया है. केजरीवाल ने संजीवनी योजना की घोषणा की है. इसके तहत 60 साल या उससे ज्यदा उम्र के सीनियर सिटीजन का मुफ्त इलाज किया जाएगा. खास बात यह है कि इस स्कीम के दायरे में सभी प्राइवेट और सरकारी अस्पताल आएंगे. इसके अलावा आय की सीमा भी तय नहीं की गई है, ऐसे में हर वर्ग के लोग इस स्कीम का लाभ उठा सकेंगे. खर्च की भी कोई लिमिट तय नहीं की गई है. बता दें कि आयुष्मान भारत स्कीम के तहत एक साल में 5 लाख तक का मुफ्त इलाज कराया जा सकता है.