कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए लेडी डॉक्टर के साथ कथित रेप और हत्याकांड मामले में रविवार को सीबीआई ने मुख्य आरोपी संजय रॉय का पॉलीग्राफ टेस्ट किया। उसके अलावा मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष समेत अन्य 6 का भी पॉलीग्राफ टेस्ट किया गया। इसके बाद सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर CBI को इस टेस्ट में क्या-क्या पता चला है। संजय रॉय का पॉलीग्राफ के साथ ही लाई डिटेक्टर टेस्ट भी हुआ है, जिसमें उसने चौंकाने वाला दावा किया कि जब वह घटनास्थल पर पहुंचा तो लेडी डॉक्टर की मौत हो चुकी थी।
मुख्य आरोपी संजय रॉय का पॉलीग्राफ टेस्ट जेल में ही किया गया था। आशंका है कि उसने CBI की पूछताछ के दौरान कई सवालों के गलत जवाब दिए हैं। संजय रॉय पूरे टेस्ट के दौरान परेशान रहा था। उससे जब सीबीआई के अधिकारियों ने केस से जुड़े सबूतों के साथ पूछताछ की, तो उसने कई तरह के बहाने भी बनाए। उसने यह तक दावा किया कि जब वह उस घटनास्थल पर पहुंचा था, तब पीड़िता की मौत हो चुकी थी।
CBI को संजय रॉय ने क्या-क्या बताया?
लाई डिटेक्टर और पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान सीबीआई पूछताछ में संजय रॉय द्वारा कहा गया कि उसके पहुंचने से पहले ही पीड़िता की मौत हो चुकी थी। उसने कहा कि जब उसने डॉक्टर को मृत हालत में देखा तो वह डर गया था, जिसके चलते अस्पताल परिसर से ही भाग गया। वहीं इस केस में पहले जांच करने वाली कोलकाता पुलिस का कहना है कि आरोपी संजय रॉय ने रेप और हत्या का आरोप कबूल कर लिया है, जबकि संजय रॉय सीबीआई के सामने यह दावा कर रहा है कि वह बेकसूर है और उसे बेवजह फंसाया जा रहा है।
संजय रॉय ने मजिस्ट्रेट के सामने दिया था अलग बयान
कोलकाता रेप और हत्याकांड के मामले में मुख्य आरोपी के तौर पर कोलकाता पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया संजय रॉय जेल के गार्ड्स को अलग बयान दे चुका है। उस दौरान उसने बताया था कि वह रेप और मर्डर के बारे में तो कुछ जानता ही नहीं है। इतना ही नहीं, सियालदह की कोर्ट में एडिशनल चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के सामने जब उसे पेश किाय गया था, तब भी उसने यही कहा था।
CBI जांच को गुमराह करने की साजिश?
इस मामले में सूत्रों के मुताबिक सीबीआई के एक अधिकारी ने यह भी कहा है कि संजय रॉय हर बार कुछ नया बयान दे रहा है, क्योंकि उसकी कोशिश है किसी भी कीमत पर जांच को गुमराह किया जा सके। सीबीआई अधिकारी ने कथित तौर पर यह भी कहा कि अभी तक मुख्य आरोपी इस बात का स्पष्टीकरण नहीं दे पाया है कि उसके चेहरे पर चोट कैसे लगी और इस खौफनाक अपराध के समय वह मेडिकल कॉलेज में क्या कर रहा था।
बता दें कि मुख्य आरोपी संजय रॉय के अलावा मेडिकल कॉलेज के पूर्व डायरेक्टर संदीप घोष का पॉलीग्राफ टेस्ट सीबीआई के कोलकाता ऑफिस में किया गया। इसके अलावा उस रात ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों और एक सिविल वॉलेंटियर सहित कुल 6 अन्य लोगों को पॉलीग्राफ टेस्ट किया गया।