खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल हमारी खराब सेहत के लिए जिम्मेदार है। पुरुष और महिलाएं दोनों ही बीमार पड़ते हैं लेकिन पुरुषों और महिलाओं में होने वाली बीमारियां काफी अलग होती है। पुरुषों के मुकाबले महिलाएं कुछ बीमारियों की चपेट में ज्यादा जल्दी आ जाती हैं। महिलाएं पुरुषों की बनिस्बत ज्यादा संवेदनशील होती हैं और उनके बीमार होने के चांस भी ज्यादा रहते हैं। महिलाओं को कई ऐसी बीमारियों का सामना करना पड़ता है जिनका ज्यादातर समय निदान नहीं हो पाता है।
महिलाओं को होने वाली बीमारियों की बात करें तो उन्हें कई गंभीर रोग तेजी से अपनी गिरफ्त में ले लेते हैं। महिलाएं घर, परिवार और ऑफिस की जिम्मेदारी निभाने में इतनी ज्यादा मसरूफ रहती हैं कि वो अपनी सेहत को पूरी तरह नजरअंदाज कर देती हैं। महिलाओं की लापरवाही उन्हें कई जानलेवा बीमारियों का शिकार बना देती है।
हेल्थलाइन के मुताबिक महिलाओं को कुछ बीमारियों का खतरा ज्यादा रहता है। अगर उन बीमारियों को समझ लिया जाए और उनके लक्षणों को पहचान लिया जाए तो आसानी से जिंदगी का बचाव किया जा सकता है। आइए जानते हैं कि कौन-कौन सी ऐसी बीमारियां हैं जो तेजी से महिलाओं को अपनी चपेट में लेती हैं।
कैंसर का खतरा रहता है ज्यादा
कैंसर एक ऐसी जानलेवा बीमारी है जिसका समय पर इलाज नहीं किया जाए तो जान जा सकती है। महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर और ओवेरियन कैंसर का खतरा ज्यादा रहता है। ये तीन तरह के कैंसर दुनिया भर में महिलाओं को प्रभावित करने वाली सबसे गंभीर घातक बीमारियां है। ब्रेस्ट कैंसर के अलावा सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय के निचले हिस्से में विकसित होता है। ओवेरियन कैंसर फैलोपियन ट्यूब में विकसित होता है।
पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम
यह एक हार्मोनल डिजीज है जिसके कारण अंडाशय बड़ा हो जाता हैं और बाहरी किनारों पर छोटे-छोटे सिस्ट हो जाते हैं। पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम का कारण अभी तक अच्छी तरह से समझा नहीं जा सका है, लेकिन इसमें आनुवांशिक और पर्यावरणीय कारकों का भी जिम्मेदार माना गया है।
मोटापा
बढ़ता मोटापा सबसे बड़ी परेशानी है। मोटापा महिलाओं को अपनी चपेट में तेजी से लेता है। मोटापा की वजह से दिल के रोग,डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेश और विभिन्न तरह के कैंसर का खतरा बढ़ता है।
यूरिनरी ट्रैक इंफेक्शन का बढ़ जाता है खतरा
यूरिनरी ट्रेक इंफेक्शन यानि पेशाब में होने वाला इंफेक्शन है। इस इंफेक्शन की वजह से किडनी, यूटेरस, ब्लैडर और मूत्रमार्ग सहित कोई भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है। ब्लैडर और मूत्रमार्ग सबसे ज्यादा प्रभावित होता है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में यूटीआई होने की संभावना अधिक होती है। मूत्राशय का संक्रमण अत्यंत दर्दनाक और असुविधाजनक हो सकता है। यूटीआई की परेशानी किडनी तक फैल कर सकती है।
ऑस्टियोपोरोसिस
ऑस्टियोपोरोसिस महिलाओं में होने वाली आम समस्या है जो हड्डियों को कमजोर और भंगुर बना देती है। ऑस्टियोपोरोसिस की वजह से हड्डियां इतनी नाजुक हो जाती है कि झुकने या खांसने से भी हड्डियां टूट सकती हैं। ऑस्टियोपोरोसिस से संबंधित अधिकांश फ्रैक्चर कूल्हे, कलाई या रीढ़ में होते हैं।