अमेरिका ने ईरान से कहा है कि वह यमन के हूती विद्रोहियों को भारी मात्रा में हथियारों की आपूर्ति करना बंद करे, क्योंकि इन हथियारों से लड़ाकों को लाल सागर और अन्य स्थानों पर जहाजों पर हमला करने में मदद मिलती है। बता दें कि यमन के हूतियों ने गाजा पर इजरायल के हमले के खिलाफ लाल सागर और अदन की खाड़ी में जहाजों को निशाना बनाए रखना जारी रखा है। अब तक दर्जन भर जहाजों को यमन के हूतिये मिसाइल और ड्रोन हमले से निशाना बना चुके हैं।
अमेरिका के उप राजदूत रॉबर्ट वुड ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया कि यदि निकाय यमन में गृहयुद्ध समाप्त करने की दिशा में प्रगति चाहता है तो उसे सामूहिक प्रयास के तहत ‘‘ईरान को अस्थिरता पैदा करने की भूमिका से रोकना चाहिए और कहना चाहिए कि वह हूती विद्रोहियों को समर्थन देना बंद करे।’’ उन्होंने कहा कि इस बात के व्यापक साक्ष्य हैं कि ईरान संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों का उल्लंघन करते हुए हूतियों को बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइल सहित उन्नत हथियार मुहैया करा रहा है।
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हूतियों का कहना है कि इजरायल पर दबाव रखेंगे जारी
वुड ने कहा, ‘‘हथियार प्रतिबंध को लेकर किए जा रहे उल्लंघन के संबंध में परिषद की चिंता को रेखांकित करने के लिए हमें व्यवस्था को मजबूत करने तथा उल्लंघनकर्ताओं पर नकेल कसने के लिए और अधिक प्रयास करना चाहिए।’’ हूतियों का कहना है कि लाल सागर और अदन की खाड़ी में नौवहन पर उनके हमलों का उद्देश्य गाजा में युद्ध को समाप्त करने के लिए इजराइल पर दबाव बनाना है। गाजा में जारी युद्ध में 35,000 से अधिक फलस्तीनियों की जान जा चुकी है। (