8th Pay Commission: इन दिनों 8वां वेतन आयोग व इसके तहत बढ़ने वाली केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी हर चर्चाओं में है। सभी लोग 8वें वेतन आयोग के तहत मिलने वाले लाभ की बात कर रहे हैं। ऐसे में कुछ लोग DA और DR को लेकर भी चर्चा कर रहे हैं। इसमें कुछ लोगों का मत है कि नए वेतन आयोग में DA और DR पर प्रभाव पड़ेगा, जबकि कुछ लोग इस बात से सहमत नहीं हैं।
ऐसे में इस लेख में हम जानेंगे कि आखिर DA और DR को लेकर क्या कोई प्रावधान है या फिर इसे यूं ही मूल वेतन के साथ लागू कर दिया जाएगा।
कैसे तय होता है DA और DR
नया वेतन आयोग लागू होने पर फिटमेंट फैक्टर के आधार पर सैलरी तय होती है। उस समय इसमें महंगाई भत्ता(DA) और महंगाई राहत(DR) नहीं जोड़ा जाता है। सरकार द्वारा इसे वेतन आयोग की सिफारिशों के आधार पर महंगाई बढ़ने के साथ-साथ जोड़ा जाता है। यह छह महीने में एक बार संशोधित किया जाता है। ऐसे में अब अगला संशोधन मार्च 2025 में हो सकता है।
DA और DR को लेकर प्रावधान
भारत में जब पांचवां वेतन आयोग लागू हुआ था, तब उसमें प्रावधान किया गया था कि DA और DR, 50 फीसदी से अधिक होने पर बेसिक सैलरी में में जोड़ दिया जाएगा। यह एक प्रकार का खास प्रावधान किया गया था। हालांकि, छठे और 7वें वेतन आयोग में इसे मूल वेतन से अलग किया गया था।
वर्तमान में कितना है DA
केंद्र सरकार की ओर से साल 2024 में 6 मार्च को मंहगाई भत्ता 4 Percent बढ़ाकर बेसिक सैलरी का 50 Percent कर दिया था। हालांकि, अक्टूबर में इसमें संशोधन करते हुए इसे 3 Percent और बढ़ा दिया था। ऐसे में वर्तमान में यह 53 फीसदी है।
8वें वेतन आयोग में DA और DR पर कितना असर
यह बात हम सभी जानते हैं कि 7वें वेतन आयोग में यह 50 फीसदी से अधिक मिल रहा है। ऐसे में वेतन का एक बड़ा हिस्सा DA और DR से ही आता है। इस क्षेत्र से जुड़े कुछ विशेषज्ञों की मत है कि 8वां वेतन आयोग यदि 2.86 फिटेमेंट फैक्टर से लागू होता है, तो वेतन में अधिक इजाफा हो सकता है।
ऐसे में DA और DR में कटौती की जा सकती है। हालांकि, अभी इसे लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। क्योंकि, आयोग 2026 तक अपनी रिपोर्ट सौंपेगा, जिसके बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी कि सरकार किस फिटमेंट फैक्टर पर वेतन तय करती है और DA और DR कितना तय करती है।
