नई दिल्ली। Food Poisoning: हाल ही में एक बेहद दुखद घटना सामने आई है, पटियाला में एक 10 साल की बच्ची का, केक खाने की वजह से निधन हो गया। यह केक उस बच्ची के जन्मदिन के लिए मंगाया गया था, जिसे खाने के बाद उस बच्ची और उसके पूरे परिवार की तबियत बिगड़ने लगी।
जयपुर में अप्रूवड प्लॉट मात्र 7000/- प्रति वर्ग गज 9314188188
केक खाने के बाद से ही बच्ची को बेहद प्यास लगने लगी थी और उसका मुंह सूख रहा था, वहीं उसकी छोटी बहन को उल्टियां होने लगी थी। हालांकि, इसके बाद वह रात को सो गई, लेकिन अगले दिन सुबह के समय उसकी हालत और बिगड़ गई, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। मृत्यु की वजह Food Poisoning बताई जा रही है।
डॉक्टर्स का कहना है कि उस बच्ची की छोटी बहन की जान इसलिए बच गई क्योंकि उसे उल्टी हो गई थी, जिससे उसके भीतर से कंटैमिनेटेड फूड बाहर आ गया था, लेकिन उस बच्ची को नहीं बचाया जा सका। Food Poisoning के इस मामले के बाद यह बेहद जरूरी है कि इसके लक्षणों के बारे में पता हो, ताकि वक्त रहते इलाज करवाया जा सके। इसलिए हम आपको फूड पॉइजनिंग के लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं क्यों होती है Food Poisoning और कैसे कर सकते हैं इसकी पहचान।
क्यों होती है Food Poisoning?
फूड पॉइजनिंग खराब खाना या पानी के सेवन की वजह से होता है। खाने में कोई हानिकारक बैक्टिरिया, वायरस, फंगस या कोई जहरीला पदार्थ मौजूद होने की वजह से फूड पॉइजनिंग होती है। शरीर में कंटैमिनेटेड खाना जाने की वजह से शरीर उस टॉक्सिन को बाहर निकालने की कोशिश करता है, जिस कारण फूड पॉइजनिंग के लक्षण नजर आने शुरू होते हैं।
आमतौर पर, यह एक से दो दिन में ठीक हो जाता है, लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर रूप ले लेता है, जिसका वक्त पर इलाज न मिलने पर जान जाने का जोखिम भी रहता है। यह समस्या बच्चों, प्रेग्नेंट महिला और बुजुर्गों के लिए खतरनाक हो सकती है।
फूड पॉइजनिंग आमतौर पर तब होता है, जब खाना बासी हो, गंदगी में बनाया गया हो, फलों और सब्जियों को अच्छे से धोया न गया हो, गंदे हाथों से खाने को छूना या खाना, अच्छे से पकाया न गया हो या सही तरीके से स्टोर न किया गया हो।