Explore

Search

December 7, 2025 5:03 am

कौन-कौन से नियम होंगे सख्त……’बाबूजी धीरे चलना! हद पार की तो ड्राइविंग लाइसेंस होगा सस्पेंड या रद्द……

WhatsApp
Facebook
Twitter
Email

ओवरस्पीड, रेड लाइट जंप और सीट बेल्ट न पहनने जैसी गलतियों पर भारी चालान के बाद भी अकसर कार और बाइक चालक गलतियां करते हैं। यहां तक कि चालान की भारी दरों के बाद भी इसमें कमी नहीं आ रही है। ऐसे में परिवहन विभाग रैश ड्राइविंग पर लगाम कसने के लिए पॉइंट सिस्टम पर विचार कर रहा है। इसके तहत यदि कोई ड्राइवर ओवरस्पीड गाड़ी चलाता है या फिर रेड लाइट जंप करता है तो उसके लाइ़सेंस पर निगेटिव पॉइंट हो जाएंगे। यही नहीं यदि इन निगेटिव पॉइंट्स की संख्या एक लिमिट से ज्यादा हुई तो फिर ड्राइविंग लाइसेंस को सस्पेंड या फिर रद्द तक किया जा सकता है। ये निगेटिव पॉइंट चालान से अलग होंगे। इसका अर्थ हुआ कि ओवरस्पीड, रेड लाइट पार करने और सीट बेल्ट आदि न पहनने पर जो चालान होते हैं, वह जारी रहेंगे। इसके अलावा पॉइंट वाला सिस्टम भी जुड़ जाएगा।

अभी इस पर अंतिम फैसला नहीं हुआ है, लेकिन ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है। उसी के लिए जो मंथन हुआ है, उसमें यह प्रस्ताव रखा गया है। परिवहन विभाग ने देश के सभी राज्यों से इस संबंध में विमर्श किया है और उसके आधार पर ही ऐसी सख्त व्यवस्था लाने की तैयारी है। भारत में ऐसी व्यवस्था पहली बार आएगी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, ब्रिटेन, फ्रांस, कनाडा जैसे देशों में यह पहले से लागू है। यही नहीं चीन के भी कुछ शहरों में प्रशासन ने पॉइंट सिस्टम वाली व्यवस्था शुरू की है। परिवहन विभाग के सूत्रों का कहना है कि लाइसेंसिंग सिस्टम में मेरिट और डिमेरिट पॉइंट जोड़े जाएंगे। इसके अगले कुछ महीनों में ही मोटर वीकल्स ऐक्ट में संशोधन किया जाएगा और फिर पॉइंट सिस्टम की व्यवस्था शुरू होगी।

जानें फिटनेस रूटीन……’बस इस एक एक्सरसाइज से महिला ने घटाया 67 किलो वजन…..

इसके तहत गलतियां करने पर डिमेरिट पॉइंट जुड़ेंगे और अच्छा व्यवहार दिखाने पर मेरिट पॉइंट दिए जाएंगे। दरअसल 2019 में परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की पहल पर ट्रैफिक चालान की दरों में भारी इजाफा किया गया था। सरकार का मानना था कि इससे लोग रैश ड्राइविंग से बचेंगे और हादसों में कमी आएगी। इस बढ़ोतरी का भी मामूली असर ही दिखा है। ऐसे में अब पॉइंट सिस्टम पर विचार हो रहा है। हर साल करीब 1 लाख 70 हजार लोग सड़क हादसों में मारे जाते हैं या फिर घायल होते हैं। अब जो नई व्यवस्था लागू होगी, उसके तहत इलेक्ट्रॉनिक कैमरों की मदद से किसी भी ड्राइवर की गलती को पकड़ने में आसानी होगी।

सरकारी सूत्रों ने कहा कि यदि किसी को लाइसेंस के सस्पेंड या फिर रद्द होने का डर हो तो वह गलतियां कम करेगा और उसकी कोशिश होगी कि वह नियमों का पालन करते हुए ही सड़क पर चले। ऐसे में कई देशों का अध्ययन करने के बाद यह नियम लागू किया जाएगा। इस संबंध में 2011 में भी विचार किया गया था, लेकिन इस पर कोई अमल नहीं हुआ। तब चर्चा हुई थी कि एक लिमिट से ज्यादा गलतियां करने पर कम से कम एक साल के लिए लाइसेंस को सस्पेंड कर दिया जाए।

DIYA Reporter
Author: DIYA Reporter

ताजा खबरों के लिए एक क्लिक पर ज्वाइन करे व्हाट्सएप ग्रुप

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement
लाइव क्रिकेट स्कोर