क्रिकेट की दुनिया में रातों-रात हीरो कैसे बना जाता है, यह फिलहाल वरुण चक्रवर्ती से बेहतर कौन समझ सकता है. दरअसल साल 2021 में उन्होंने टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया था, लेकिन 2021 टी20 वर्ल्ड कप के बाद उन्हें टीम से ड्रॉप कर दिया गया था. किसे पता था कि करीब 4 साल बाद यही गेंदबाज भारत को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का खिताब दिलाने में बहुत बड़ा योगदान देगा. चक्रवर्ती ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 टूर्नामेंट में कुल 9 विकेट लिए थे. मगर एक समय ऐसा भी था जब उन्हें धमकी भरे कॉल आने लगे थे.
एक पॉडकास्ट पर चर्चा करते हुए वरुण चक्रवर्ती ने बताया कि 2021 टी20 वर्ल्ड कप का समय उनके लिए बहुत खराब था. चक्रवर्ती बताते हैं कि खराब प्रदर्शन के लिए लोगों ने उन्हें खूब ट्रोल किया और हालत ऐसी हो गई थी कि धमकियों भरे कॉल आने से वो डिप्रेशन का शिकार होने लगे थे. आपको याद दिला दें कि 2021 के टी20 वर्ल्ड कप में चक्रवर्ती ने 3 मैच खेले, जिनमें कुल 11 ओवर बॉलिंग करते हुए वो एक भी विकेट नहीं ले पाए थे.
वरुण चक्रवर्ती को आए धमकियों भरे फोन
वरुण चक्रवर्ती ने उस खराब दौर को याद करके बताया, “2021 टी20 वर्ल्ड कप के बाद मैं भारत वापस आया भी नहीं था कि मुझे धमकियों भरे फोन आने लगे थे. लोग कहते थे कि भारत मत आना, कोशिश की तो आ नहीं पाओगे. उन्होंने यहां तक कि मेरे घर का पता भी खोज निकाला था. एयरपोर्ट से आते समय मैंने देखा कि लोग बाइक से मेरा पीछा कर रहे थे. मैं समझता हूं कि फैंस अक्सर भावनाओं में बह जाते हैं.”
कुछ इस तरह बने चैंपियंस ट्रॉफी के हीरो
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 से ठीक पहले जसप्रीत बुमराह खुद को पूरी तरह फिट नहीं कर पाए थे. ऐसे में इंग्लैंड के खिलाफ वनडे मैच में वरुण चक्रवर्ती को खेलने का अवसर दिया गया. वरुण की टी20 फॉर्म बहुत शानदार रही थी, ऐसे में इंग्लैंड के खिलाफ ODI मैच में भी उन्होंने चयनकर्ताओं को खासा प्रभावित किया था. इस तरह चक्रवर्ती को चैंपियंस ट्रॉफी के स्क्वाड में प्रवेश मिला था.
