बिग बॉस 19 में इस हफ्ते अशनूर कौर, अभिषेक बजाज और मृदुल तिवारी (कैप्टन) को छोड़कर सभी घरवालों को एविक्शन के लिए नॉमिनेट कर दिया गया है। यानि अगले ‘वीकेंड का वार’ में गौरव खन्ना, कुनिका सदानंद, नीलम गिरि, शहबाज बदेशा, मालती चाहर, अमाल मलिक, तान्या मित्तल, प्रणित मोरे और फरहाना भट में से कोई भी कंटेस्टेंट बाहर हो सकता है। लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर इतने सारे घरवालों को एक साथ नॉमिनेट किए जाने की क्या वजह रही होगी? दरअसल सभी को एकसाथ नॉमिनेट किया जाना घरवालों को बिग बॉस की तरफ से दी गई एक सजा के तहत हुआ है।
बिग बॉस ने घरवालों को क्यों दी सजा?
दरअसल सारा मामला शुरू हुआ इस हफ्ते के ‘वीकेंड का वार’ एपिसोड से। जहां सलमान खान ने अभिषेक बजाज को हिंट दिया कि उनकी एक्स वाइफ आकांक्षा जिंदल अगली वाइल्ड कार्ड एंट्री बनकर शो में आ सकती हैं। अभिषेक बुरी तरह डर गए और अशनूर से इस बारे में बातें करने लगे। लेकिन दोनों ने ही अपना माइक हटा रखा था। जिसके बारे में बिग बॉस ने कई बार उन्हें टोका। घरवालों ने भी यह बात नोटिस की, लेकिन पूल के पास एकांत में बैठकर बातें कर रहे अभिषेक और अशनूर को इसके लिए टोकना जरूरी नहीं समझा।
चालाकी दिखाने की हो रही थी कोशिश
फुटेज में देखा जा सकता है कि सभी घरवाले यह गलती मान रहे हैं कि अभिषेक और अशनूर को माइक पहनने के लिए नहीं टोकना उनकी गलती है। बिग बॉस ने कहा कि ऐसी स्थिति में इन दोनों को ही नॉमिनेट क्यों ना किया जाए? लेकिन आखिरी फैसला बिग बॉस ने घरवालों की सरकार पर छोड़ दिया। लेकिन क्योंकि घरवाले कोई फैसला नहीं ले सके और उन्होंने बात मृदुल तिवारी पर डाल दी। तो मृदुल ने कहा- उन्हें एक मौका और मिलना चाहिए। ऐसे में बिग बॉस भड़क गए, क्योंकि वो चाहते थे कि घरवाले एक सही और संतुलित फैसला चुनें।
बिग बॉस ने घरवालों को दी यह सजा
बिग बॉस ने गुस्से में मृदुल तिवारी, अभिषेक बजाज और अशनूर कौर को छोड़कर बाकी सभी घरवालों को नॉमिनेट कर दिया और साथ ही साथ उनका 60% राशन भी कट कर दिया। अब देखना यह होगा कि इसका घर में क्या असर देखने को मिलेगा। क्योंकि अभिषेक, मृदुल और अशनूर पर घरवालों का नाराज होना स्वाभाविक है। लेकिन क्या उसकी वजह से घरवालों के आपसी समीकरण बिगड़ेंगे? यह भी जल्द ही साफ हो जाएगा।






