नई दिल्ली। तीन दिवसीय राष्ट्रीय बहाई अधिवेशन की शुरुआत शुक्रवार को नई दिल्ली स्थित बहाई उपासना मंदिर के प्रांगण में हुई। यह अधिवेशन 26-28 अप्रैल तक जारी रहेगा। इस अधिवेशन में भारत के बहाईयों की राष्ट्रीय आध्यात्मिक सभा का चुनाव देश के प्रत्येक राज्य से पधारे 95 प्रतिनिधियों द्वारा किया जायेगा। राष्ट्रीय आध्यात्मिक सभा के अध्यक्ष रशीद लतीफ ने आगंतुक प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए अधिवेशन की शुरुआत की साथ ही सलाहकार भावना और निकोलस द्वारा भी अधिवेशन को संबोधित किया गया।
इस दौरान राष्ट्रीय आध्यात्मिक सभा के सचिव द्वारा गत वर्ष की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के साथ भारत में चल रही मूल गतिविधियों तथा बहाई समुदाय के विकास पर विस्तृत चर्चा की जायेगी। इस तीन दिवसीय अधिवेशन हेतू नेसन ओल्याई को अध्यक्ष तथा दिनेश राव को सचिव चुना गया। गौरतलब है कि राष्ट्रीय आध्यात्मिक सभा का चुनाव प्रत्येक वर्ष गुप्त मतदान द्वारा बिना किसी शोर – शराबे व प्रचार -प्रसार के विभिन्न राज्यों से पधारे प्रतिनिधियों द्वारा किया जाता है जिनको स्थानीय बहाई समुदाय द्वारा चुना जाता है।
हाल ही में राष्ट्रीय आध्यात्मिक सभा ने अपनी स्थापना के सौ वर्ष पूरे किये है जहां देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभा को पत्र लिख शुभकामनाएं प्रेषित की है।