RBI: भारत इकोनॉमी के मोर्चे पर चीन को पछाड़कर दूसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन सकता है RBI के डिप्टी गवर्नर के बयान ने अमेरिका-चीन को डराया। बीते वित्त वर्ष में भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ 8 फीसदी से ज्यादा देखने को मिली थी. मौजूदा वित्त वर्ष में आरबीआई ने देश की ग्रोथ रेट का अनुमान 7.2 फीसदी लगाया है. खुद पीएम नरेंद्र मोदी देश को 2047 तक विकसित करने की बात कर चुके हैं. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर आरबीआई के डिप्टी गवर्नर ने क्या भविष्यवाणी कर दी है?
देश के सेंट्रल बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के सीनियर ऑफिसर की ओर से एक ऐसी भविष्यवाणी कर दी है, जिससे अमेरिका और चीन दोनों की नींद उड़ सकती है. जी हां, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के डिप्टी गवर्नर माइकल डी पात्रा की मानें तो अगले कुछ सालों में भारत इकोनॉमी के मोर्चे पर चीन को पछाड़कर दूसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन सकता है.
वहीं अगले कुछ ही दशकों में दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी भी बन सकता है. ऐसे में भारत दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी बनने में ज्यादा समय नहीं बचा है. पिछले वित्त वर्ष में देश की जीडीपी ग्रोथ 8 फीसदी से ज्यादा देखने को मिली थी. मौजूदा वित्त वर्ष में भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ का अनुमान आरबीआई ले 7.2 फीसदी लगाया है.
कब बनेगा दूसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी?
डिप्टी गवर्नर माइकल डी पात्रा ने मसूरी में लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की मजबूत बुनियाद और अंतर्निहित क्षमता को देखते हुए देश 2031 तक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन जाएगा. इसका मतलब है कि चीन भारत से पीछे चला गया जाएगा. उसके बाद उन्होंने कहा कि साल 2060 तक भारत दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी भी बन सकता है. ये दोनों की ही बातें अमेरिका और चीन की नींद उड़ाने के लिए काफी हैं.
