जयपुर. राजस्थान में कोयले के संकट के चलते एक फिर से बिजली संकट की आहट होने लग गई है. बिजली संकट आने से पहले ही सीएम भजनलाल शर्मा और राज्य के ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर इस समस्या का समाधान खोजन के लिए दिल्ली पहुंच गए हैं. वहां उन्होंने केन्द्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी और केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह से मुलाकात की है. हालांकि अभी तक इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है कि उनके बीच क्या मंत्रणा हुई है. लेकिन समस्या का जल्द समाधान नहीं हुआ तो राजस्थान को बिजली के संकट से जूझना पड़ सकता है.
राजस्थान में फिलहाल कोयले का भयंकर संकट चल रहा है. सूबे के 23 थर्मल प्लांटों में से बहुत कम मात्रा में कोयला बचा है. इनमें भी दस प्लांट्स की हालात तो बेहद खस्ता है. कोयले की कमी के चलते अन्य थर्मल प्लांट्स की भी सांसें उखड़ने वाली हैं. सूत्रों की मानें तो छत्तीसगढ़ में स्थित राजस्थान के हिस्से वाली खदान से कोयले की पर्याप्त आपूर्ति नहीं होने के कारण यह समस्या बड़ी होती जा रही है. जल्द ही अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो थर्मल प्लांट्स बंद हो सकते हैं और राजस्थान में बिजली का संकट गहरा सकता है.
इसी संभावित संकट को टालने के लिए सीएम भजनलाल शर्मा और राज्य के ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर मंगलवार को रात को जयपुर से दिल्ली गए थे. उसके बाद दोनों ने बुधवार को दोपहर में केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह और केन्द्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी से मुलाकात का राज्य का पक्ष रखा और समाधान के बिन्दुओं पर चर्चा की. सीएम शर्मा और ऊर्जा मंत्री ने पहले दिल्ली में श्रम शक्ति भवन में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह से मुलाकात की. उसके बाद वे केंद्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी से मुलाकात करने उनके आवास पर पहुंचे.
सीएम आज दिल्ली में लेंगे बैठक
सीएम आज दिल्ली में कार्यरत राजस्थान सरकार के अधिकारियों और कर्मचारियों की बैठक भी लेंगे. उसमें राजस्थान के ऊर्जा विभाग के आला अधिकारी भी मौजूद रहेंगे. यह बैठक बीकानेर हाउस में प्रस्तावित है. इस बैठक में मुख्य सचिव सुधांश पंत भी मौजूद रहेंगे. दूसरी तरफ संभावित बिजली संकट से निजात पाने के लिए प्रदेश का ऊर्जा विभाग भी वैकल्पिक उपायों के बारे में रणनीति बनाने में जुटा है.
