शुभमन गिल ने टेस्ट कप्तानी मिलते ही इंग्लैंड में धमाका कर दिया है. इस खिलाड़ी ने लीड्स टेस्ट में शानदार शतक लगाया और पहले दिन का खेल खत्म होने तक वो 127 रन पर नाबाद रहे. गिल ने अपने इस शतक से उन लोगों की बोलती बंद कर दी जो उनकी कप्तानी के खिलाफ थे. इन्हीं लोगों में एक नाम संजय मांजरेकर का भी था जो शुभमन गिल की कप्तानी के खिलाफ थे और उन्होंने जसप्रीत बुमराह को टेस्ट कप्तान बनाने की वकालत की थी. संजय मांजरेकर ने लीड्स टेस्ट के पहले दिन के बाद ये बात खुद मानी कि उन्होंने गिल की कप्तानी की खिलाफत की थी हालांकि जब उन्होंने लीड्स में इस बल्लेबाज का शतक देखा तो वो उनकी तारीफ किए बिना नहीं रह सके. यहां तक कि उन्होंने अपनी बात से यू-टर्न भी ले लिया.
संजय मांजरेकर को गिल ने किया गलत साबित
जियोहॉटस्टार पर बात करते हुए, मांजरेकर ने खुलासा किया कि वो शुरू में रोहित शर्मा के बाद शुभमन गिल को टेस्ट कप्तान बनाने के खिलाफ थे. उनके मुताबिक जसप्रीत बुमराह इस भूमिका के लिए ज्यादा बेहतर विकल्प थे. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि उनका मानना कभी नहीं था कि गिल कप्तान के रूप में फेल हो जाएंगे. मांजरेकर ने कहा कि उन्हें ये फैसला सही नहीं लगा था.
गिल की इस बात के कायल हुए मांजरेकर
मांजरेकर ने कहा कि वो गिल की अपनी गलतियों को सुधारने की काबिलियत के कायल हो गए हैं. मांजरेकर के मुताबिक विदेशी सरजमीं पर अपनी बल्लेबाजी में तकनीकी सुधार कर गिल ने गजब कर दिखाया है. उन्होंने कहा, ‘गिल का स्वभाव ऐसा है कि वो कप्तानी को अपनी बल्लेबाजी पर कभी हावी नहीं होने देंगे. ये हमेशा से साफ था. लेकिन मेरी एकलौती चिंता ये थी कि वो विदेशी सरजमीं पर अभी तक विकसित नहीं हुए थे. लेकिन लीड्स टेस्ट के पहले दिन उन्होंने अपनी तकनीकी खामियों को दूर कर दिखाया. पिच बल्लेबाजी के लिए अच्छी थी लेकिन तकनीकी खामियों को दूर करने के बाद वो और ज्यादा बेहतर बल्लेबाज नजर आ रहे हैं.’
बता दें शुभमन गिल ने शतक लगाने के बाद गुस्से में जश्न मनाया था. वो अपना हेलमेट निकालकर चिल्लाए, शायद वो उन लोगों को ही जवाब दे रहे थे जो उनपर सवालिया निशान खड़े कर रहे थे. बता दें शुभमन गिल का ये SENA देशों में पहला शतक है. अब देखना ये है कि लीड्स की लड़ाई वो जिता पाते हैं या नहीं.
