शेफाली जरीवाला के निधन के बाद सामने आया की एक्ट्रेस यंग दिखने के लिए दवाइयां लेती थी. पुलिस जब एक्ट्रेस के घर पर जांच के लिए गई तो वहां कई दवाइयां मिली. जिसके बाद से स्किन को ग्लो करने और यंग दिखने के लिए दवाएं लेती थी. जिसमें विटामिन्स से लेकर सप्लीमेंट और ग्लूटाथियोन इंजेक्शन भी है.
इसके बाद से ग्लूटाथियोन इंजेक्शन काफी चर्चाओं में है. यह क्या होता है? इसे लेकर लोगों के मन में बहुत से सवाल हैं. यह स्किन को कैसे ग्लोइंग बनाता है और क्या नेचुरल तरीके से शरीर में ग्लूटाथियोन बढ़ाया जा सकता है.
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ग्लूटाथियोन क्या है?
ग्लूटाथियोन एक नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट है, जो शरीर में ही बनता है. लिवर इसको बनाने का काम करता है. शरीर जरूरत के मुताबिक इसे अलग-अलग अंगों तक पहुंचाता है. यह स्किन, लंग्स और सेल्स को रिपेयर करने में मदद करता है. ग्लूटाथियोन टॉक्सिन्स और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से शरीर का बचाव करता है.
गलत खानपान, पोषण की कमी, धूम्रपान और शराब का सेवन करने जैसी आदतों के कारण शरीर में इसकी मात्रा कम हो सकती है. इसकी कमी को पूरा करने के लिए ग्लूटाथियोन की दवा, इंजेक्शन या सप्लीमेंट दिए जाते हैं. लेकिन सिर्फ कुछ समय के लिए इसे दिया जाता है.
ग्लूटाथियोन मेलेनिन को कंट्रोल करने में मदद करता है. मेलेनिन हर व्यक्ति के शरीर में बनता है, जब इसकी मात्रा ज्यादा होती है, तो इसके कारण स्किन डार्क नजर आने लगती है. ग्लूटाथियोन मेलेनिन को कम कर, स्किन के असली रंगत को बनाने में मदद करता है. लेकिन गहरे रंग को इसे बदला नहीं जा सकता है. गलत डोज, गलत तरीके या लंबे समय तक इसे लेने से शरीर को नुकसान पहुंच सकता है, इसलिए इसे सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर ही लेना चाहिए. लेकिन क्या नेचुरल तरीको से इसे बढ़ाया जा सकता है.
ग्लूटाथियोन को बढ़ाने के नेचुरल तरीके
सल्फर वाले फूड्स
हेल्थलाइन के मुताबिक ग्लूटाथियोन को बनाने के लिए सल्फर जरूरी होता है. सल्फर मिनरल है जो कुछ प्लांट और प्रोटीन रिच फूड्स में पाया जाता है. यह मछली, ब्रोकोली, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, फूलगोभी, केल, वॉटरक्रेस और सरसों का साग जैसी सब्जियों में पाया जाता है.
विटामिन सी और सेलेनियम
विटामिन सी वाटर सॉल्युबल विटामिन है, जो कई फूड्स में पाया जाता है. स्ट्रॉबेरी, खट्टे फल, पपीता, कीवी और शिमला मिर्च इन सभी में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है. विटामिन सी सेल्स को ऑक्सीडेटिव डैमेज से बचाने के लिए एंटीऑक्सीडेंट के रूप में भी काम करता है. विटामिन सी ग्लूटाथियोन के स्तर को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसलिए आप विटामिन सी से भरपूर फूड्स में डाइट में शामिल कर सकते हैं. सेलेनियम भी ग्लूटाथियोन के प्रोडक्शन में मददगार होता है. इसलिए इस भी डाइट में शामिल किया जा सकता है. मछली, ऑर्गन मीट और ब्राजील नट्स सभी सेलेनियम का अच्छा सोर्स होते हैं.
ग्लूटाथियोन से भरपूर फूड्स
ग्लूटाथियोन शरीर में बनता है. इसके अलावा कई फूड्स में यह पाया जाता है. पालक, एवोकाडो, शतावरी और भिंडी ग्लूटाथियोन का अच्छा सोर्स होते हैं. लेकिन खाना पकाने और उसे स्टोर करने की स्थिति उन फूड्स में पाए जाने वाले ग्लूटाथियोन की मात्रा को कम कर सकती है. डाइटरी ग्लूटाथियोन शरीर द्वारा पूरी तरह से अब्सॉर्ब नहीं होता है. लेकिन इससे ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में मदद मिल सकती है.
अपनाएं ये आदतें
नींद पूरी करना ओवर ऑल हेल्थ के लिए जरूर होता है. लंबे समय तक नींद न पूरी होने के कारण भी शरीर में ग्लूटाथियोन की मात्रा कम हो सकती है. रोजाना पूरी नींद कम से कम 8 घंटी सोने से ग्लूटाथियोन के स्तर को बढ़ाने या बनाए रखने में मदद मिल सकती है. रोजाना फिजिकली एक्टिव रहना भी हेल्दी रहने के लिए बहुत जरूरी है, खासकर कार्डियो और वेट ट्रेनिंग जैसे एक्सरसाइज शरीर में ग्लूटाथियोन के स्तर को बढ़ाने या बनाए रखने में मदद कर सकती हैं. शराब ज्यादा पीने से भी शरीर में ग्लूटाथियोन कम हो सकता है. इसलिए इसे पीने से परहेज करना ज्यादा सही रहेगा.
