Rupee Vs Dollar: भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर नहीं है, डॉलर के मुकाबले रुपया काफी कमजोर हो गया है, अब वो अपने निचले स्तर पर पहुंच चुका है। 23 पैसे टूटकर रुपया डॉलर के मुकाबले 86.27 हो गया है। इसके ऊपर शेयर बाजार ने भी खुलते ही बड़ा गोता लगाया है, मार्केट क्रैश हो गया है। एक तरफ सेंसेक्स 830 तो निफ्टी 247 प्वाइंट गिर गया है।
सेंसेक्स आज जब खुला, आंकड़ा 77,378.91 चल रहा था, यानी कि तब 749.01 अंक की गिरावट देखने को मिली, लेकिन कुछ ही मिनटों में वहीं गिरावट सीधे 76,535 तक जा पहुंची, गोता 834 अंक का लगा। निफ्टी की बात करें तो वो बंद 23,432.50 पर हुआ था, लेकिन आज फिसलकर 23195.40 से शुरू हुआ, इसके बाद आंकड़ा और कम हुआ और 23,172.70 तक टूट गया। अब यह जो भारी गिरावट देखने को मिली है, इसने निवेशकों को 4.53 लाख करोड़ का चूना लगाया है, बीएसई लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 225.14 लाख करोड़ रुपये रह गया है।
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आखिर क्यों टूटा रुपया?
जानकार बता रहे हैं कि कच्चे तेल कीमतों में अभी रिकॉर्ड उछाल देखने को मिला है, पूंजी की निरंतर निकासी भी जारी है, इसके ऊपर क्योंकि अभी शेयर बाजार में नकारात्मक रुख देखने को मिल रहा है, इन्हीं वजहों से डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार कमजोर होता जा रहा है। एक बड़ी बात यह भी है कि इस समय फॉरेन इन्वेस्टर्स दुनिया भर के बाजरों से पैसे निकालने का काम कर रहे हैं, अब क्योंकि डॉलर मजबूत होता जा रहा है, ऐसे में अमेरिकी बाजार में निवेशक पैसा डाल रहे हैं। वही भारत के बाजार में बिकवाली ही देखने को मिल रही है।
रुपया कमजोर होने से आप पर क्या असर?
अब रुपया कमजोर हो रहा है, तो इसका असर आप पर भी पड़ने वाला है। एक उदाहरण से आपको इस बारे में बता सकते हैं। अगर आप अपने किसी रिश्तेदार को भारत से अमेरिका पैसा भेजते हैं तो वहां जाकर तो वो पैसा डॉलर में तब्दील होगा। अब अगर डॉलर मजबूत होता जाएगा और रुपया कमजोर, उस स्थिति में आपको पहले के मुकाबले अपने रिश्तेदार को ज्यादा पैसे भेजने पड़ेंगे क्योंकि डॉलप की वैल्यू बढ़ चुकी है।
क्या कमजोर रुपये से बिजनेस पर भी असर?
अगर बिजनेस के लिहाज से समझें तो जिन लोगों का एक्सपोर्ट का काम होता है, उन्हें तो कमजोर होते रुपये से फायदा होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि वो अपना सामान बाहर बेंचेंगे, उन्हें डॉलर में पेयमेंट की जाएंगी और भारत आते ही उसकी वैल्यू बढ़ जाएगी। लेकिन अगर आपका काम इंपोर्ट का है और आपको यहां पेयमेंट करनी पड़ेगी, तब आपको नुकसान होगा। मजबूत होते डॉलर की वजह से आपके ज्यादा रुपये निकलने वाले हैं। वैसे कमजोर रुपये से शेयर मार्केट पर भी सीधा असर पड़ता है, कई बार तो मार्केट ही क्रैश हो जाता है।