आज की डिजिटल जिंदगी में मोबाइल, लैपटॉप, और टीवी पर घंटों नजरें गड़ाए रखना आम बात हो गई है। हालांकि, यह आदत आपकी आंखों के स्वास्थ्य (Eyesight) के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है। अगर काम की मजबूरी या आदत की वजह से इसे पूरी तरह टालना मुमकिन नहीं है, तो डाइट और एक्सरसाइज के जरिए आप आंखों की सेहत को बेहतर बना सकते हैं और बढ़ते पावर को रोक सकते हैं।
थोड़ी सी सतर्कता और सही जीवनशैली अपनाकर, न सिर्फ आंखों के नंबर को बढ़ने से रोका जा सकता है, बल्कि हो सकता है कि आपका चश्मा भी हट जाए। अपनी आंखों की सेहत का खास ख्याल रखें और इन आसान टिप्स को अपनाकर अपनी दृष्टि को बेहतर बनाएं।
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आंखों की सेहत: बच्चों में बढ़ता पावर और समाधान
पहले जहां 40 की उम्र के बाद आंखों का पावर बढ़ना आम बात थी, अब छोटी उम्र के बच्चे भी चश्मा लगाए नजर आते हैं। इसका बड़ा कारण है लगातार स्क्रीन पर समय बिताना और खान-पान में जरूरी विटामिन्स व मिनरल्स की कमी।
हालांकि, सही समझदारी और संतुलित आहार से आप न केवल आंखों का पावर बढ़ने से रोक सकते हैं, बल्कि चश्मा भी उतार सकते हैं। इसके लिए आपको अपनी रोजमर्रा की डाइट में कुछ खास पोषक तत्वों को दवा की तरह शामिल करना होगा। यह बदलाव न केवल आपकी आंखों की रोशनी को बनाए रखेगा, बल्कि उनकी सेहत को भी लंबे समय तक दुरुस्त रखेगा।
कंप्यूटर और मोबाइल से निकलने वाली ब्यू रेज़ आंखों के लिए बेहद खतरनाक होती हैं। भले ही आप इन रेज से बचने के लिए जीरो कट पावर या एंटी ब्लू लाइट चश्मा लगा लें, लेकिन आपकी आपकी आंखों को नुकसान भले ही कम हो, लेकिन नुकसान होता जरूर है। अगर बुढ़ापे तक आंखों की तेज रोशनी के साथ मोतियाबिंद जैसी तमाम बीमारियों से बचाना है तो आइए जानते हैं इसके लिए क्या करना है।
इन चीजों में छुपा है आपकी स्वस्थ आंखों का राज
आंखों की सेहत के लिए सबसे अहम है विटामिन ए। इसकी कमी से न सिर्फ आंखों की रोशनी कमजोर होने लगती है, बल्कि कई समस्याएं, जैसे रतौंधी और आंखों में सूखापन, भी हो सकती हैं। विटामिन ए आंखों की प्रकाश-संवेदी कोशिकाओं (फोटोरिसेप्टर्स) को स्वस्थ बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
अपनी डाइट में विटामिन ए युक्त खाद्य पदार्थों को जरूर शामिल करें। गाजर, डेयरी उत्पाद, और हरी पत्तेदार सब्जियां विटामिन ए के बेहतरीन स्रोत हैं। नियमित रूप से इनका सेवन करके आप अपनी आंखों को बीमारियों से बचा सकते हैं और उनकी चमक को बनाए रख सकते हैं।
ओमेगा -3 फैटी एसिड आंखों के लिए एक वरदान है। ये आपकी आंखों से चढ़ा चश्मा तक उतार सकता है, अगर इसे आप अपनी डाइट का हिस्सा बना लें तो। नट्स, सीड्स को ओमेगा -3 फैटी एसिड का अच्छा स्रोत माना जाता है। इसके सप्लीमेंट जरूर खाएं। ये बच्चों को भी खिलाए जा सकते हैं।
आंखों के लिए भी विटामिन सी बहुत जरूरी है। कई रिसर्च से पता चलता है कि मोतियाबिंद वाले लोगों में एंटीऑक्सीडेंट की कमी के चलते ही उन्हें ये समस्या होती है। जो लोग विटामिन-सी की खुराक लेते हैं उन्हें मोतियाबिंद होने की आशंका कम होती है। शिमला मिर्च, खट्टे फल, अमरूद, नींबू, संतरे और ब्रोकली सहित कई फल और सब्जियों में विटामिन-सी की अच्छी मात्रा पाई जाती है।
विटामिन ई आंखों को स्वस्थ रखने के लिए सबसे जरूरी पोषक तत्वों में से एक है। विटामिन ई, वसा में घुलनशील एंटीऑक्सिडेंट का एक समूह है जो फैटी एसिड को हानिकारक ऑक्सीकरण से बचाता है। चूंकि हमारे रेटिना में फैटी एसिड की उच्च सांद्रता होती है, इसलिए आंखों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए पर्याप्त में विटामिन-ई का सेवन महत्वपूर्ण माना जाता है। बादाम, सूरजमुखी के बीज और अलसी के तेल को इस विटामिन से भरपूर माना जाता है।
लगातार स्किन पर नजर गड़ाए रखने वाले लोगों को हर 20 से 25 मिनट पर अपनी आंखों को कुछ देर के लिए बंद करना बेहद जरूरी है। आंखों पर चार उंगलियां रखें और हल्के हाथों से उसे बंद कर दें। इससे आखों को रेस्ट भी मिलता है और आंखों में होने वाली चुभन या गड़न से भी आराम मिलता है।
स्क्रीन पर काम करते हुए बीच-बीच में अपनी पलकों को झपकाने के लिए समय निकालें। ये आंख की सबसे बेस्ट एक्सरसाइज है। आंखों की ड्राइनेस, आंखों से निकलने वाला पानी या चुभन आदि के लिए ही नहीं, आंखों को स्वस्थ बनाने के लिए भी पलकों को झपकाना बेहद जरूरी है।