जम्मू कश्मीर के रियासी इलाके में वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं से भरी बस पर हुए आतंकी हमले से जुड़ी बड़ी जानकारी सामने आई है। भारतीय खुफिया एजेंसियों को मिले इनपुट के अनुसार, पाकिस्तान समर्थित द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF), जो लश्कर-ए-तैयबा (LET) का एक हिस्सा है, ने रविवार को जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर आतंकी हमला करने की जिम्मेदारी ली है। हमला करने की साजिश पाकिस्तान में रची गई।
हमला करने वाले भी पाकिस्तानी थे। क्योंकि हमला राजौरी और रियासी बॉर्डर के बीच वाले इलाके में किया गया, इसलिए राजौरी में एक्टिव आतंकी संगठन के कमांडर अबू हमजा की मदद से दुश्मन देश ने अपने नापाक मंसूबे को अंजाम दिया। लेफ्टिनेंट जनरल नवीन सचदेवा GOC-16 कोर कमांडर रियासी पहुंचे और उन्हें ऑन ग्राउंड कमांडर ने मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी। इसी दौरान यह इनपुट भी अधिकारी के साथ शेयर किया गया।
NIA को सौंपी गई हमले की जांच की जिम्मेदारी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आतंकवादियों ने बस पर घात लगाकर हमला किया। 4 से 5 आतंकी थे, जिनकी गोलीबारी के बाद बस खाई में गिर गई। तीर्थयात्री दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान सहित विभिन्न राज्यों से थे। हमले में 10 लोग मारे गए और 33 अन्य घायल हुए। हमला करने वाले आतंकवादियों की तलाश के लिए व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया गया है। इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, हमले की जांच का जिम्मा राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंपा गया है। तलाशी अभियान के तहत, वारदातस्थल के आस-पास के जंगल में तलाशी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की टीम भी अभियान में शामिल है। हमले में मारे गए बस के ड्राइवर और कंडक्टर की भी पहचान कर ली गई है। ड्राइवर विजय कुमार दासनू राजबाग गांव का रहने वाला था, जबकि कंडक्टर अरुण कुमार कटरा के कंडेरा गांव का रहने वाला था। घायलों में 34 उत्तर प्रदेश, 5 दिल्ली और 2 राजस्थान के हैं।
PM मोदी ने दिए कड़े निर्देश
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रियासी में बस पर आतंकी हमला करने वाले आतंकवादी उसी समूह का हिस्सा हैं, जिसने पिछले महीने राजौरी और पुंछ में अन्य हमले किए थे। जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने ट्वीट करके बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति का जायजा लिया और सभी घायलों को सर्वोत्तम संभव चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने का निर्देश दिया। इसके अलावा नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, अध्यक्ष द्रौपदी मुर्मू, कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत कई नेताओं ने आतंकी हमले की निंदा की।