RBI MPC Meeting: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) के फैसले सामने आ गए हैं. तीन दिन की बैठक के बाद आरबीआई के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने रेपो रेट पर केंद्रीय बैंक के फैसलों का ऐलान किया. रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. टैरिफ टेंशन के बीच ग्लोबल अनिश्चितताओं को देखते हुए रेपो रेट को नहीं बदलने का फैसला लिया गया.
रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि टैरिफ की वजह से ग्लोबल अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है. पॉलिसी दरों में कटौती का ट्रांसमिशन जारी है. अनिश्चितताओं के बीच ब्याज दरों में बदलाव नहीं करने का फैसला लिया गया है. आरबीआई के फैसले के बाद ब्याज दर 5.5 फीसदी पर बरकरार रखी गई है.
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रेपो रेट पर आरबीआई का फैसला
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने रेपो रेट को नहीं बदलने का फैसला दिया. आरबीआई ने रेपो रेट को 5.50 फीसदी पर बरकरार रखा है. यानी आपके सस्ते होम लोन, कार लोग का सपना फिलहाल टल गया है. अमेरिका की तरफ से जारी टैरिफ वॉर. टैरिफ की वजह से निर्यात पर बढ़ते दवाब और ग्लोबल अनिश्चितताओं के चलते रिजर्व बैंक ने रेपो रेट पर ये फैसला लिया है. RBI ग्रोथ के इंजन को रफ्तार और सपोर्ट देने के लिए रेपो रेट में बदलाव न करने का फैसला किया है.
लगातार 3 बार में हो चुकी है रैपो रेट में कटौती, 1 फीसदी तक घट चुका है ब्याज
बता दें कि मजबूत आर्थिक आंकड़ें और घटती महंगाई दर की बदौलत RBI ने इस साल लगातार तीन बार रेपो रेट में कटौती की है. रिजर्व बैंक ने रेपो रेट घटाकर ब्याज दर को 5.50 फीसदी पर पहुंचा दिया है. इससे पहले फरवरी से अब तक रिजर्व बैंक ने ब्याज दर में करीब 1% की कटौती कर दी है.
- फरवरी 2025 में रेपो रेट को 6.50% से घटाकर 6.25% किया गया.
- अप्रैल 2025 में रेपो रेट में 6.25 फीसदी से घटाकर 6.00 % किया गया.
- तीसरी बार जून 2025 में रेपो रेट को 6 फीसदी से घटाकर 5.50% किया गया.
क्या होता है रेपो रेट
रेपो रेट वह ब्याज दर है जिस पर बैंक रिजर्व बैंक से कर्ज लेता है. अगर रेपो रेट घटता है तो बैंकों के RBI सस्ता कर्ज मिलता है. बैंकों को सस्ता लोन मिलेगा तो वो आगे ग्राहकों को भी सस्ता लोन देते हैं. यानी आपके लोन की ब्याज दर और लोन की EMI कम जाती है.
