राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के संभागीय संयोजक श्री सुरेन्द्र सिंह सोलंकी (अजमेर) एवं प्रदेश कार्यकारिणी अध्यक्ष श्री मनोज जी दुब्बी के नेतृत्व में दिनांक 07.07.2025 को निदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, राजस्थान सरकार, जयपुर को एक महत्त्वपूर्ण ज्ञापन सौंपा गया। यह ज्ञापन राज्यभर के नर्सेज की वर्षों से लंबित माँगों के शीघ्र समाधान की माँग को लेकर दिया गया।
ज्ञापन में प्रमुख रूप से निम्नलिखित 6 माँगें रखी गईं:
सीनियर नर्सिंग ऑफिसर की पदस्थापन सूची शीघ्र जारी की जाए
नर्सिंग ऑफिसर से पदोन्नत सीनियर नर्सिंग ऑफिसर्स की सूची लंबे समय से लंबित है। मंत्रालयिक कर्मचारियों की उदासीनता के कारण कई अधिकारी पदोन्नति का लाभ लिए बिना ही सेवानिवृत्त हो रहे हैं। अतः यह सूची अतिशीघ्र जारी की जाए।
भर्ती 2025 के चयनित नर्सिंग अधिकारियों की एम्प्लॉयर आईडी जारी की जाए
इन कर्मचारियों की अभी तक आईडी नहीं बनी है, जिससे जनवरी 2025 से उनका वेतन बकाया चल रहा है। यह गंभीर आर्थिक संकट का कारण बन रहा है। अतः तत्काल आईडी बनाकर IFMS 3.0 में डेटा मैच किया जाए।
पीएचसी/सीएचसी पर कार्यरत नर्सिंग स्टाफ को दवा लिखने का अधिकार मिले
चिकित्सा अधिकारियों की अनुपस्थिति में नर्सिंग स्टाफ को सेवाएँ देने के आदेश जारी किए जा रहे हैं, लेकिन उन्हें कानूनी सुरक्षा नहीं है। अतः उन्हें वैध रूप से दवा लिखने का अधिकार दिया जाए।
पारस्परिक ट्रांसफर की सुविधा सभी नर्सिंग स्टाफ के लिए खोली जाए
अलग-अलग बैच/भर्ती में कार्यरत नर्सिंग अधिकारियों को पारिवारिक, स्वास्थ्य व क्षेत्रीय कारणों से ट्रांसफर की आवश्यकता है। इसलिए यह विकल्प शीघ्र खोला जाए।
नर्सिंग निदेशालय की पृथक स्थापना की जाए
नर्सिंग कैडर की विशिष्ट समस्याओं – जैसे पदोन्नति, पेंशन, वेतन विसंगति आदि के समय पर समाधान हेतु अलग से नर्सिंग निदेशालय का गठन आवश्यक है।
यूटीबी व प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से लगे नर्सिंग स्टाफ को नहीं हटाया जाए
साथ ही हटाए गए कर्मियों को रिक्त स्थायी पदों पर समायोजित किया जाए ताकि सरकार की स्वास्थ्य योजनाएँ प्रत्येक ढाणी-ढाणी तक सुचारू रूप से पहुँच सकें।
राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन ने मांग की है कि इन बिंदुओं पर त्वरित कार्यवाही की जाए ताकि नर्सेज को न्याय मिल सके और राजस्थान की स्वास्थ्य सेवाएँ अधिक मजबूत व व्यवस्थित बन सकें।
