Rajasthan News: प्रदेश में आचार संहिता हटने के साथ ही अब सरकार की तरफ से कई बड़े फैसले लिए जाएंगे. इन बड़े फैसलों में कई प्रदेश सरकार की नई योजनाएं होगी, तो कई पिछली सरकार के कार्यों के रिव्यू व समीक्षा को लेकर भी निर्णय होंगे. ऐसे में स्वायत्त शासन विभाग की तरफ से अब जल्द ही पिछली सरकार के द्वारा प्रदेश की नगर निकायों के लिए किए गए परिसीमन का सीमांकन व रिव्यू किया जाएगा. पिछली कांग्रेस सरकार ने बड़े शहरों में जहां दो-दो निकाय बनाकर शहरी संस्थाओं के टुकड़े किए थे, वहीं अधिकांश शहरों में परिसीमन कर नगरीय निकायों का क्षेत्रफल व वार्डों की संख्या भी बढ़ा दी गई थी. ऐसे में अब वर्तमान सरकार जल्द इसकी समीक्षा कराई करेगी.
दो भागों में बंटे शहरों का होगा एकीकरण
प्रदेश में सभी नगर निकायों में 1 साल बाद चुनाव होंगे, लेकिन चुनाव से पहले स्वायत्त शासन विभाग नगर निकायों का रिव्यू कर शहरी सरकार के पिछले वर्षों में हुए टुकड़ों का एकीकरण करेगा, तो वही परिसीमन कर बढ़ाए गए वार्डों के संख्या को भी जल्द ही कम करेगा. इसके लिए स्वायत्त विभाग ने तैयारी कर ली है और प्रदेश सरकार के बजट के बाद इसको अमली जामा भी पहनाया जाएगा. पिछली सरकार ने परिसीमन करते हुए प्रदेश के जयपुर, जोधपुर और कोटा में नगर निकायों के टुकड़े करते हुए दो-दो नगर निकाय बना दी ग्रेटर व हेरिटेज. हालांकि, भाजपा ने उस दौरान भी इसका विरोध किया था.
जयपुर, जोधपुर व कोटा में बनी है दो-दो नगर निकाय
प्रदेश के बड़े शहरों में कांग्रेस सरकार द्वारा किए गए शहरी सरकारों के बंटवारे का भाजपा ने तब भी विरोध किया था, लेकिन कांग्रेस सरकार ने अपनी मनमानी करते हुए जयपुर, जोधपुर और कोटा में शहरी सरकारों के दो-दो टुकड़े कर दिए और हेरिटेज व ग्रेटर की नगर निकाय बना दी थी. लेकिन भाजपा सरकार आने के बाद अब फिर से इन सरकारों का रिव्यू कर इन्हें एक किया जाएगा. इसके साथ ही प्रदेश के जिन जिलों में नगर निकायों का परिसीमन कर वार्डो की संख्या बढ़ाई गई है, उनका भी परिसीमन कर जल्द ही वार्डो के क्षेत्रफल व संख्या का एकीकरण किया जाएगा. स्वायत्त शासन विभाग ने इसकी तैयारी कर लिए और प्रदेश सरकार के बजट के बाद इसे अम्लीय जामा पहनाया जाएगा.