Rajasthan Cabinet: राजस्थान में मंत्रि मंडल के गठन को लेकर कवायद तेज हो गई है और अब इसे अंतिम रूप देने का काम किया जा रहा है. हालांकि, अब भी मंत्री मंडल के गठन पर सस्पेंस बरकरार है. बताया जा रहा है कि राजस्थान में पहला मंत्रि मंडल विस्तार कुछ दिनों में होगा. जिसमें पहले छोटे मंत्री मंडल का विस्तार किया जाएगा. बाद में इसे और बढ़ाया जाएगा. बीजेपी के सूत्रों ने बताया है कि मंत्रि मंडल में युवा और अनुभवी दोनों नेताओं को मौका दिया जाएगा. हालांकि, ये भी कहा गया है कि ज्यादातर मंत्री 40 से 55 वर्ष के होंगे. बताया जा रहा है कि बीजेपी राजस्थान में कैबिनेट विस्तार को लेकर पूरी रणनीति तैयार कर रही है. जिससे लोकसभा चुनाव में इसका फायदा मिल सके.
सीपी जोशी ने भी मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कहा है कि, पहले मिनी मंत्रि मंडल का विस्तार होगा. बाद में इसका विस्तार किया जाएगा. जोशी ने ये भी कहा है कि इसमें सभी वर्गों को साथ शामिल किया जाएगा.
सोमवार या मंगलवार को मंत्रि मंडल का विस्तार
राजस्थान की 200 सदस्यों वाली विधानसभा में सीएम समेत अधिकतम 30 मंत्री हो सकते हैं. भाजपा के सूत्रों का कहना है कि पहले मंत्रि मंडल विस्तार में करीब 15 मंत्रियों को शामिल किये जाने की संभावना है. जिसमें युवा से लेकर अनुभवी विधायकों को जगह मिलने की संभावना है.
मंत्रि मंडल में छह विधायकों के नाम आया सामने
भाजवा के सूत्रों के मुताबिक, मंत्रि मंडल के पहले विस्तार में 15 विधायकों को शामिल किये जाएंगे. वहीं इसमें छह विधायकों के नाम तय माने जा रहे हैं जिसमें बाबा बालकनाथ, शैलेश सिंह, नौक्षम चौधरी, संदीप शर्मा, जवाहर सिंह बेदाम और महंत प्रताप पुरी के नाम शामिल हैं.
राजस्थान में कैबिनेट गठन की रणनीति
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने हाल ही में दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और अन्य से मुलाकात की थी और माना जाता है कि उन्होंने उनके साथ मंत्रिमंडल विस्तार से संबंधित मामलों पर चर्चा की. मुख्यमंत्री और उनके दो उपमुख्यमंत्री क्योंकि जयपुर जिले के निर्वाचन क्षेत्रों से विधायक के रूप में चुने गए थे, इसलिए उम्मीद है कि मंत्री राज्य के अन्य हिस्सों से होंगे. मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा जयपुर के सांगानेर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, वहीं दीया कुमारी विद्याधर नगर और प्रेम चंद बैरवा दूदू से विधायक हैं.
सूत्रों ने बताया, ‘रणनीति मंत्रिमंडल में जातियों और क्षेत्रों के प्रतिनिधित्व के बीच संतुलन बनाए रखने की होगी. इसमें ज्यादातर मंत्री 40 से 55 साल के होंगे. यह एक ऊर्जावान टीम होगी. जब से भजन लाल शर्मा को नियुक्त करने का निर्णय लिया गया है, तब से पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं में उत्साह है, जो मानते हैं कि एक समर्पित कार्यकर्ता को उच्च पद पर पहुंचाया जा सकता है.
बता दें, पहली बार विधायक बने भजन लाल शर्मा ने इस महीने की शुरुआत में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. उनके साथ दीया कुमारी और प्रेम चंद बैरवा ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. इसके बाद से मंत्री मंडल के गठन का इतंजार किया जा रहा है.
मंत्री मंडल विस्तार नहीं होने से सभी नई निविदाओं पर लगी रोक
वित्त विभाग ने शुक्रवार को सभी विभागों को अगले आदेश तक कार्यों के लिए नई निविदाएं आमंत्रित नहीं करने का निर्देश दिया था और कहा था कि ऐसे सभी कार्य सरकार की मंजूरी के बाद शुरू होंगे.
सरकार ने अपने विभागों से यह भी कहा है कि यदि निविदाएं आमंत्रित करने के बाद कार्य आदेश जारी नहीं किया गया है तो वे अगले निर्देश तक कार्य आदेश जारी न करें. एक आदेश में, अतिरिक्त मुख्य सचिव अखिल अरोड़ा ने विभागों को यह भी निर्देश दिया है कि यदि किसी परियोजना के लिए काम शुरू नहीं हुआ है तो नए कार्यों को रोक दिया जाए.
वित्त विभाग की ओर से जारी आदेश के अनुसार, ‘सभी प्रशासनिक विभागों को पूर्व में दी गई प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति की स्थिति में निर्देशों का पालन करने को कहा गया है. विभागों से कहा गया है कि ऐसी सभी स्वीकृतियों को मुख्यमंत्री या विभागीय मंत्रियों के संज्ञान में लाया जाए और कार्य किया जाए और उनकी मंजूरी के बाद ही अनुमति दी जाएगी.”