किताबों को इंसानों का सच्चा दोस्त कहा जाता है लेकिन अब किताबें लोगों से दूर होने लगी हैं. आज की जनरेशन के बच्चे तो इनसे कोसों दूर हैं. जबकि किताबें पढ़ने की आदत उनकी पर्सनैलिटी को डेवलप करने के लिए जरूरी हैं. आज पैरेंट्स बच्चों को उनके हाथों में किताबों की बजाय मोबाइल थमा देते … Continue reading पर्सनैलिटी बनेगी दमदार……’बच्चे को मोबाइल की नहीं बल्कि इस चीज की आदत डलवाएं, नन्हे की याददाश्त रहेगी दुरुस्त……
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