आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर , जिम्मी मगिलिगन सेंटर फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट की फाउंडर डायरेक्टर डॉ श्रीमती जनक पलटा मगिलिगन द्वारा आयोजित 32 वे वार्षिक पर्यावरण परिसंवाद सप्ताह का समापन हुआ जिसमे संस्था फिक्की-फलो और बड़ी संख्या में प्रयावर्ण प्रहरी महिला पुरुष और युवा उपस्थित थे ।
कार्यक्रम की शुरुआत वैष्णव विश्व विद्यालय इंदौर के कुलपति प्रो . उपिन्द्र धर के मुख्य आतिथ्य में ईशवन्दना से शुरू हुई । सबसे पहले श्री अतुल बगई (IAS)संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम भारत के सेवानिवृत प्रमुख ने ऑनलाइन संदेश दिया ” मै जनक जी के साथ विश्व पर्यावरण दिवस पर इकठे हुए सभी लोगो को प्रणाम करता हूँ । मै 2017 में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम भारत के प्रमुख के पद पर नियुक्त हुआ और 2018 में जनक जी से पहली बार मिला और देख कर हैरान हुआ कि वो अकेले ही पर्यावरण संरक्ष्ण का इतना सारा काम कैसे करती है। तभी से हर साल वो मुझे इसी कार्यक्रम में आमंत्रित करती है अभी ही मै सेवानिवृत हुआ तो भी वो मुझे इस कार्यक्रम में याद किया । इस साल का विषय भूमि की बहाली ,मरुसथलीकर्ण और सूखे से तेजी से निपटने का आव्हान किया है ,गर्मी का बहुत तेजी से इतना ज्यादा बढना केवल भारत ही नहीं पुरे विश्व के लिए भयानक खतरा है जनक दीदी की तरह हम सभी को पेड़ लगाने है, पानी बचा कर धरती को बचाना है । दीदी को धन्यवाद देता हूँ कि अभूतपूर्व और सुसस्जित ढ़ंग से नई पीढ़ी के साथ हमें भी प्रेरित करती है । आप सभी को शुभकामनाये देता हूँ ”
परिसंवाद सप्ताह की संक्षिप्त रिपोर्ट
इसके बाद परीसंवाद के 7 दिन के सभी सहभागीओ द्वारा प्रस्तुत गयी कार्ययोजनाओ के आधार पर डॉ श्रीमति जनक पलटा मगिलिगन ने सामूहिक रिपोर्ट प्रस्तुत की और बताया:
1 :सप्ताह की शुरूआत मुख्य अतिथि देवी अहिल्या विश्विद्यालय की कुलपति डॉ रेणु जैन ने कर सभी भूमि बहाली के लिए अपने जीवन के प्रयावर्ण केन्द्रित करना होगा वे अपने कैंपस की क्च्रा और प्लास्टिक मुक्त करेंगी ,इंदौर कालेज ऑफ़ डेंटिस्ट्री व उनकी डीन प्रो संध्या जैन ने बताया कि जनक पलटा दीदी की प्रेरणा से अब खाने पीने में स्टील के बर्तन उपयोग करते है पानी की बोतल की जगह मटके शुरु कर दिए है पर्यावरण वेज्ञानिक डॉ दिलीप वाघेला , जल विशेषग्य डॉ सुधेंद्र मोहन शर्मा, पर्यावरणविद डॉ ओपी जोशी ने हरियाली, पानी का संरक्ष्ण और प्रदुषण कंट्रोल करना सिखाया ।
2 कस्तूरबा ग्राम कालेज की प्रिंसिपल डॉ ऋषिना नातू , सभी छात्राओं व संकाय /स्टाफ और छात्रगण को सस्टेनेबल लिविंग से धरती को निरोग बनाने पर जनक पलटा मगिलिगन ने चर्चा की और सभी ने दिल से आश्वासन दिया
3 मुख्य वक्ता सेवा निवृत आई आई टी बी एच यू और हैदराबाद के डायरेक्टर प्रो राजीव संगल ने इंदौर ,स्टाफ, व स्टूडेंट्स शामिल हुए जिसमे प्रदूषण से धरती को होने वाले नुकसान के बारे में एवं मिट्टी पानी व जैव विविधता के संरक्षण,सिंगल यूज़ प्लास्टिक के निषेध पर चर्चा की गई | आई आई टी इंदौर 2014 बैच के पास आउट छात्र रोहित अग्रवाल और ज्वलंत शाह ने बताया जीरो वेस्ट स्टार्टअप स्वाहा कंपनी से अमरनाथ यात्रा में सोलर कुकिंग लंगर लगाया ,वहां से प्लास्टिक वेस्ट को नीचे लाकर रीसायकल किया आज स्वाहा पुरे देश में पोर्टब्लेयर से लेकर नार्थईस्ट तक अपनी सेवा दे रही हैं |
4 अगले दिन 20 गाँव से आए जैविक किसानो, जैविक सेतू के संस्थापक अम्बरीश केला, नाड़ी वैद्य शेफाली संघल, सोलर ड्रायर सोशल इंटरप्रेन्योर वरुण रहेजा और जनक दीदी ने जलवायु संकट की त्रासदी से बचने के लिए जैविक खेती को प्रार्थमिकता देनी होगी जैसे विषय पर चर्चा हुयी |
5 रहेजा सोलर फ़ूड प्रोसेसिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के संस्थापक वरुण रहेजा सोलर ड्रायर से जनकपलटा मगिलिगन के साथ इंटर्नशिप में सोलर ड्रायर बनाना सीखा और ग्रामीण भारत को प्रदुषणमुक्त खानपान और सस्टेनेबल आजीविका को बदावा देना अपना सबसे बड़ा उदेश्य बताया | जनक दीदी की एक और इंटर्न सुरेखा सोनावने ने अपने स्टार्ट -अप “रेडी तो ईट मिक्स की बहुत दिलचस्प सफल कहानी सुनाई एक सोलर ड्रायर से 200 चीज़े बना कर बेचती है |
6 डॉ जनक पलटा श्री वैष्णव मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट के डॉयरेक्टर जॉर्ज थॉमस , एम् बी इ के 150 छात्रों
व संकाय /स्टाफ के साथ पर्यावरण संरक्षण और सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लिए अपनी दैनिक जीवन शैली में आदतें प्रकृति के अनुकूल , प्रक्रति को बचाने से भारत माता,धरती माता और गौमाता की जय करेंगे तो स्वस्थ और सम्पन बनेगे
7 आज विश्व पर्यावरण दिवस के मुख्य अतिथि डॉ उपिन्दर कुलपति प्रो उपिन्दर धर व प्रो संतोष, धर ने समापन उद्बोधन में कहा जनक दीदी 7 दिन प्रयवार्ण संवाद करती है और खुद प्लास्टिक मुक्त ,रसायन मुक्त ,अपनी सोलर विंड उर्जा 50 आदिवासी परिवारों को दे रही है जैविक उगा कर खाती खिलाती है पूरा जीवन उदाहर्ण है , प्रेरणा है अलग अलग संस्थोय को मार्गदर्शन देती है। हमें अब अवेयरनेस से आगे बढ़कर एक्शन के मोर्चे पर पहुंचना है। पर्यावरण संरक्षण पर सिर्फ आयोजनों की नहीं बल्कि तत्काल सक्रियता की जरूरत है।
सप्ताहिक कार्यक्रम के परिणाम स्वरुप मिलकर निम्नलिखित भविष्योन्मुखी योजनाएं बनाई: जनक पलटा मगिलिगन द्वारा प्रस्तुत
1. डी.ए.वि.वि, आई आई टी इंदौर, वैष्णव इंस्टिट्यूट व कस्तूरबा ग्राम को जीरो वेस्ट एवं सोलर कैंपस बनाने का संकल्प लिया |
2 जैविक किसान से जैविक उत्पाद खरीदने के लिए आमजन को प्रेरित करना जिससे किसानो की आय में वृद्धि हो सके | जैविक किसानो के लिए जहरमुक्त , जैविक खेती, देशी बीज मिटटी, पानी, बचा कर भविष्य बचाएंगे
3. वरुण रहेजा ने कहा रहेजा सोलर फ़ूड प्रोसेसिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की वह अपनी कंपनी में सोलर ड्रॉइड जैविक उत्पादों के लिए एक अलग से डिपार्टमेंट बनाएंगे साथ ही को जैविक उत्पाद को सोलर ड्राई करने, आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों एवं कॉस्मेटिक उत्पाद को सोलर ड्राई करने के लिए बढ़ावा देंगे
4. मोटे अनाज जैसे ज्वार ,बाजरा ,कोदो ,कुटकी इत्यादि के संग्रहण एवं संरक्षण के लिए जैविक किसानो को प्रेरित करना |
5. दैनिक जीवन में प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद करना हैं |
6. पौधे लगाना व उनको बड़ा करने तक ध्यान रखना |
7 स्टाफ और सभी लोग ,किसान प्लास्टिक पैकिंग निषेध करेगे , सभी फालतू में पंखे व लाइट बंद करने की आदत डालेंगे| |
अंत में श्री वीरेंद्र गोयल (फाउंडेशन के ट्रस्टी)ने बताया की यदि हम केवल अधिक से अधिक पेड़ लगाने का प्रयास करें और जितना संभव हो सके एकल उपयोग वाले प्लास्टिक से बचें तो हम काफी हद तक पर्यावरण को बचा सकते हैं। |
श्रीमती विभा जैन (फिक्की फ़्लो इंदौर की अध्यक्ष) ने कहा की हमें अपने कूड़ेदानों की जांच करनी चाहिए कि उनमें से अधिकांश सूखा कचरा प्लास्टिक से बनता है, जो चिंता का विषय है क्योंकि प्लास्टिक हमारी मिट्टी के स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक है। हमें उन चीजों को खरीदने से बचना चाहिए जिसकी हमें जरूरत नहीं है। कचरे को मेडिकल कचरा, इलेक्ट्रॉनिक कचरा आदि के रूप में अलग करने से इसकी रीसाइक्लिंग प्रक्रिया संभव हो जाती है।
फिक्की फ्लो इंदौर के सदस्य व डॉ जयश्री सिक्का ( गुजराती साइंस कॉलेज ), केलटेक लैब के संस्थापक सुशील मलहोत्राजी और उनके उपस्थित रहे | पद्मश्री जनक पलटा मगिलिगन को सस्टेनेबल डेवलपमेंट के सेंटर के पानी ,हवा , प्रदुषण टेस्ट करने के बाद उनके असाधारण समर्पण और कार्यो के लिए कैलटेक टेस्ट एंड रिसर्च सेंटर टेस्टिंग और कैलिब्रेशन लैब की और से कैलटेक फर्स्ट ग्रीन अवार्ड 2024 से सम्मानित किया गया