नीट-यूजी पेपर लीक मामले में सीबीआई ने गुरुवार को जांच के सिलसिले में पटना, बिहार से दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की इस मामले में यह पहली गिरफ्तारी है। आरोपियों की पहचान मनीष कुमार और आशुतोष कुमार के रूप में हुई है।
एक मीडिया रिपोर्ट में अधिकारियों के हवाले से बताया गया कि दोनों आरोपियों ने कथित तौर पर परीक्षा से पहले उम्मीदवारों को सुरक्षित परिसर मुहैया कराया, जहां उन्हें लीक हुए पेपर और उत्तर कुंजी दी गई। आरोपियों को आगे की पुलिस कार्रवाई के लिए अदालत में पेश किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार केंद्रीय एजेंसी ने नीट-यूजी पेपर लीक मामले में 6 एफआईआर दर्ज की हैं। छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए जाने एवं 67 छात्रों को 720 अंक मिलने पर चल रहे विवाद के बीच सरकार द्वारा मामले की व्यापक जांच केंद्रीय एजेंसी को सौंपने के बाद सीबीआई ने मामले की जांच के लिए विशेष टीमों का गठन किया। परीक्षा आयोजित करने वाली राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने 1,563 छात्रों को दिए गए ग्रेस मार्क्स रद्द कर दिए और 23 जून को उनके लिए दोबारा परीक्षा आयोजित की। 1,563 छात्रों में से केवल 52 प्रतिशत छात्रों ने दोबारा परीक्षा दी।
लक्जरी कार ब्रांड की शूटिंग के लिए चीन पहुँची अलंकृता सहाय…..
सरकार ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने 5 मई, 2024 को ओएमआर (पेन और पेपर) मोड में नीट (यूजी) परीक्षा आयोजित की। कथित अनियमितताओं, धोखाधड़ी, प्रतिरूपण और कदाचार के कुछ मामले सामने आए हैं। परीक्षा प्रक्रिया के संचालन में पारदर्शिता के लिए, भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने समीक्षा के बाद मामले की व्यापक जांच के लिए सीबीआई को सौंपने का फैसला किया है।’’