नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई दर्दनाक भगदड़ को लेकर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने गहरी संवेदना प्रकट की है. उन्होंने इस घटना को रेलवे की बड़ी विफलता करार दिया और सीधे तौर पर रेल मंत्री को इसकी जिम्मेदारी लेने की नसीहत दी. साथ ही, उन्होंने महाकुंभ को लेकर भी विवादित बयान देकर राजनीतिक हलचल बढ़ा दी.
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रेल मंत्री पर साधा निशाना
आपको बता दें कि लालू यादव ने इस हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, ”यह एक बहुत ही दुखद घटना है. हम मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. लेकिन यह हादसा रेलवे की लापरवाही और कुप्रबंधन का परिणाम है. रेलवे की असफलता की वजह से 18 निर्दोष लोगों की जान चली गई. रेल मंत्री को इसकी पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए.”
वहीं उन्होंने रेलवे की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब सरकार को पहले से अंदाजा था कि प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ेगी, तो समय रहते उचित इंतजाम क्यों नहीं किए गए? उन्होंने मांग की कि इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
महाकुंभ को लेकर लालू यादव का विवादित बयान
बातचीत के दौरान लालू यादव ने महाकुंभ को लेकर भी बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा, ”फालतू का है कुंभ, इसका कोई मतलब नहीं है.” उनके इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है. हिंदू आस्था से जुड़े महाकुंभ पर ऐसी टिप्पणी किए जाने को लेकर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं.
तेजस्वी यादव ने भी जताया शोक
इसके अलावा आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भी इस हादसे पर गहरा शोक जताया और सरकार को कटघरे में खड़ा किया. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ”नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अव्यवस्था और बदइंतजामी के कारण 18 लोगों की असमय मौत हो गई. इतने संसाधनों के बावजूद श्रद्धालुओं की जान जा रही है, और डबल इंजन सरकार PR और लीपापोती करने में व्यस्त है.” उन्होंने आगे लिखा कि सरकार को आमजन और श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए, न कि सिर्फ VIP व्यवस्थाओं पर.
कैसे हुआ हादसा?
आपको बता दें कि शनिवार रात करीब 9:30 बजे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 16 पर अचानक भगदड़ मच गई. प्रयागराज महाकुंभ जाने वाले यात्रियों की भीड़ इतनी ज्यादा थी कि हालात बेकाबू हो गए. इस हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई, जिनमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे शामिल थे. वहीं, 12 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिनका इलाज लेडी हार्डिंग और LNJP अस्पताल में चल रहा है.
रेल मंत्री ने दिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश
इस दर्दनाक हादसे के बाद रेल मंत्री ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. वहीं, रेलवे प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण के लिए अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती कर दी है और NDRF की टीम को राहत कार्य में लगाया गया है.
रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
हालांकि, यह हादसा रेलवे प्रशासन की बदइंतजामी और लचर सुरक्षा व्यवस्था को उजागर करता है. विशेषज्ञों का मानना है कि यदि स्टेशन पर भीड़ नियंत्रण के पर्याप्त इंतजाम होते और यात्रियों के लिए सही दिशा-निर्देश जारी किए जाते, तो इस घटना को रोका जा सकता था.
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