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May 18, 2025 7:26 pm

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इस मोर्चे पर है फिसड्डी……..’भारत छोड़िये, बांग्लादेश के सामने भी कुछ नहीं है पाकिस्तान……

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बात-बात पर आईएमएफ और वर्ल्ड बैंक से भीख मांगने वाले पाकिस्तान की औकात इकोनॉमिक मोर्चे भारत के मुकाबले में कुछ भी नहीं है. खास बात तो ये है कि एक मोर्चे पर तो पाकिस्तान की हालत बांग्लादेश से भी ज्यादा खराब हो चली है. ये बात हम यूं ही नहीं कह रहे हैं. इसके पुख्ता आंकड़े पूरी दुनिया के सामने हैं. 1971 में पाकिस्तान से अलग हुए बांग्लादेश ने इकोनॉमिक तौर पर अपने अंदर सुधार पाकिस्तान से बेहतर​ तरीके से किया है. इसका जीता जागता उदाहरण दोनों के देशों के बीच विदेशी दौलत का अंतर है.

बांग्लादेश के पास फॉरेक्स रिजर्व पाकिस्तान के मुकाबले में कहीं ज्यादा है. इस मोर्चे पर भारत दोनों देशों से काफी आगे है. भारत फॉरेक्स रिजर्व के मामले में दुनिया का चौथा सबसे बड़ा देश है. ऐसे में पाकिस्तान और बांग्लादेश से भारत का कोई मुकाबला ही नहीं है. लेकिन पाकिस्तान की हालत इस मोर्चे पर बांग्लादेश से भी खराब होना ये काफी हैरानी वाली बात है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर बांग्लादेश और पाकिस्तान के पास फॉरेक्स रिजर्व कितना है और दोनों देशों के बीच कितना अंतर है.

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पाकिस्तान का फॉरेक्स रिजर्व कितना है

पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में 2 मई, 2025 को समाप्त सप्ताह में भले ही इजाफा देखने को मिला हो, लेकिन मौजूदा समय में उसका आंकड़ा 20 अरब डॉलर भी नहीं है. पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के पास मौजूदा समय में विदेशी मुद्रा भंडर के पास कुल फॉरेक्स रिजर्व 10.33 बिलियन डॉलर है. जिसमें (SBP) ने 118.1 मिलियन डॉलर का इजाफा देखने को मिला है. ये इजाफा लगातार दूसरे हफ्ते देखने को मिला है. जबकि अप्रैल के महीने में पाकिस्तान के फॉरेक्स 367 मिलिसयन डॉलर की गिरावट देखने को मिली थी, जिसके पाक का फॉरेक्स रिजर्व सात महीने का सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया था.

तब से, पिछले दो सप्ताहों में स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान की स्थिति में कुल 127 मिलियन डॉलर का सुधार हुआ है. पाकिस्तान के कुल विदेशी मुद्रा भंडार में भी अच्छी वृद्धि देखी गई, जो 230.8 मिलियन डॉलर बढ़कर 15.48 बिलियन हो गया. कमर्शियल बैंक भंडार 112.7 मिलियन डॉलर बढ़कर 5.04 बिलियन से 5.15 डॉलर हो गया है. वित्तीय वर्ष-दर-वर्ष आधार पर, एसबीपी के पास मौजूद भंडार में 943 मिलियन डॉलर का इजाफा देखने को मिला है.

बांग्लादेश के पास कितनी है विदेशी दौलत?

वहीं दूसरी ओर बांग्लादेश के फॉरेक्स रिजर्व की बात करें तो पाकिस्तान के मुकाबले में काफी बेहतर स्थिति में हैं. बांग्लादेशी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अप्रैल 2025 में बांग्लादेश के फॉरेक्स रिजर्व में 2 बिलियन डॉलर का इजाफा देखने को मिला है. सेंट्रल बैंक के फ्रेश आंकड़ों के अनुसार इस साल अप्रैल के अंत तक बांग्लादेश का विदेशी मुद्रा भंडार 22 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक हो गया. बांग्लादेश बैंक ने बताया कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार 30 अप्रैल को 22.023 बिलियन डॉलर था, जबकि मार्च के अंत में यह 20.35 बिलियन डॉलर था.

हालांकि, अप्रैल के अंत तक ग्रॉस रिजर्व 27.41 बिलियन डॉलर था. बांग्लादेश जैसी बढ़ती इकोनॉमी के लिए, छह महीने के इंपोर्ट बिलों के बराबर विदेशी मुद्रा भंडार को पर्याप्त माना जाता है. हालांकि, मौजूदा भंडार के साथ, बांग्लादेश लगभग पांच महीने के आयात बिलों का भुगतान करने की स्थिति में है. अगस्त 2021 में बांग्लादेश का ग्रॉस विदेशी मुद्रा भंडार 48 बिलियन डॉलर के लाइफ टाइम हाई पर पहुंच गया था.

10 बिलियन डॉलर से ज्यादा का अंतर

अगर भारत और पाकिस्तान के ग्रॉस रिजर्व के बीच की तुलना करें तो 10 अरब डॉलर से भी ज्यादा देखने को मिल रहा है. आंकड़ों के अनुसार पाकिस्तान के पास ग्रॉस फॉरेक्स रिजर्व 15.48 अरब डॉलर है. जबकि बांग्लादेश का कुल फॉरेक्स रिजर्व 27.41 बिलियन डॉलर है. ऐसे में बांग्लादेश के पास कंगाल पाकिस्तान के मुकाबले में करीब 12 अरब डॉलर ज्यादा फॉरेक्स रिजर्व है. खास बात तो ये है कि पाकिस्तान अपने कुल फॉरेक्स रिजर्व से सिर्फ 3 महीनों का आयात कर सकता है. जबकि बांग्लादेश पांच महीनों तक अपने फॉरेक्स रिजर्व का इस्तेमाल इंपोर्ट बिल भरने के लिए कर सकता है. ऐसे में पाकिस्तान के मुकाबले में बांग्लादेश की स्थिति काफी मजबूत देखने को मिल रही है.

दुनिया में चौथे नंबर पर है भारत

वहीं दूसरी ओर भारत की बात करें तो फॉरेक्स रिजर्व के मामले में भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा देश है. आरबीआई की ओर से जारी फ्रेश आंकड़ों पर बात करें तो देश का विदेशी मुद्रा भंडार दो मई को समाप्त सप्ताह में 2.06 अरब डॉलर घटकर 686.06 अरब डॉलर रह गया. इसके एक सप्ताह पहले कुल विदेशी मुद्रा भंडार 1.98 अरब डॉलर बढ़कर 688.13 अरब डॉलर हो गया था. सितंबर, 2024 के अंत में विदेशी मुद्रा भंडार 704.89 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था.

रिजर्व बैंक की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, दो मई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का एक प्रमुख हिस्सा विदेशी मुद्रा आस्तियां 51.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 581.18 अरब डॉलर हो गईं. समीक्षाधीन सप्ताह में स्वर्ण भंडार का मूल्य 2.54 करोड़ डॉलर घटकर 81.82 अरब डॉलर रह गया. एसडीआर तीन करोड़ डॉलर घटकर 18.56 अरब डॉलर रह गया. केंद्रीय बैंक के आंकड़ों के अनुसार, आलोच्य सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास भारत का आरक्षित भंडार 30 लाख डॉलर घटकर 4.51 अरब डॉलर रह गया.

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