निर्माता ताहिर हुसैन के पोते, अभिनेता आमिर खान के बेटे और रंगमंच के प्रशिक्षित कलाकार जुनैद खान अपनी पहली ही फिल्म ‘महाराज’ को मिले दर्शकों के प्यार से आह्लादित हैं। अपनी तीसरी फिल्म की शूटिंग के लिए इन दिनों दिल्ली में मौजूद जुनैद ने फिल्म ‘महाराज’ के बाद हुई मोहब्बत की बढ़ोत्तरी पर ‘अमर उजाला’ से कीं चार बातें।
चाहते तो अपने पिता की बजाय आप खुद ही ‘लाल सिंह चड्ढा’ का शीर्षक रोल कर सकते थे, फिर ‘महाराज’ ही क्यों?
फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ के शीर्षक किरदार के लिए पापा ने मेरा भी ऑडिशन लिया था और मैं उस ऑडिशन में पास भी रहा था और ये बात मैं ‘अमर उजाला’ के साथ साझा कर रहा हूं कि उसी ऑडिशन को देखकर यशराज फिल्म्स ने मुझे फिल्म ‘महाराज’ का प्रस्ताव भेजा। मेरा ऑडिशन फिल्म के निर्देशक अद्वैत चंदन के जरिये फिल्म ‘महाराज’ के निर्देशक सिद्धार्थ पी मल्होत्रा तक पहुंचा और उन्होंने इसे देखने के बाद आदित्य चोपड़ा से मेरे बारे मे चर्चा की।
आपके पिता आमिर खान ने अपनी मां यानी आपकी दादी जीनत खान के 90वें जन्मदिन पर मुंबई में शानदार जश्न का आयोजन किया। आपके सारे परिवार और कुनबे के लोग मुंबई पहुंचे, आपका मन नहीं होता अपनी पुश्तैनी जमीन तक जाने का?
मेरे पुरखों की पुश्तैनी जमीन हरदोई के शाहाबाद में हैं और मैं यहां बांद्रा बॉय हूं। मैं रंगमंच का विद्यार्थी रहा हूं। वतन की मिट्टी से जुड़ी बातें अपने अभिनय में लाना मेरा मकसद है और मैं इसके लिए लगातार कोशिश करता रहूंगा। मेरी दिली इच्छा है शाहाबाद जाकर अपने पुरखों की मिट्टी को चूमने की और ये काम भी मैं जल्द ही करना चाहूंगा। लखनऊ तक तो मैं हो भी आया हूं और वहां से शाहाबाद ज्यादा दूर भी नहीं है। बस दिक्कत क्या है ये आप भी समझते हैं। लेकिन, मैं कोशिश कर रहा हूं शाहाबाद तक जाने की।
पिछली बार आमिर जब मिले थे तो उन्होंने आपकी और साई पल्लवी की फिल्म के दो तीन गाने हमें सुनाए थे। कितनी शूटिंग बाकी है अभी उस फिल्म की?
उस फिल्म की शूटिंग तो पूरी भी हो चुकी है। फिल्म ‘महाराज’ के बाद मेरी तीसरी फिल्म भी शुरू हो चुकी है। अभी मैं दिल्ली में इसी फिल्म की शूटिंग के लिए हूं। फैंटम फिल्म्स इसके निर्माता हैं। चूंकि इस फिल्म की आधिकारिक घोषणा अभी हुई नहीं है लिहाजा इस फिल्म के बारे में ज्यादा कुछ कहना अभी ठीक नहीं होगा।