केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बजट सत्र से पहले संसद के दोनों सदनों में सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बैठक की. इस बैठक में विपक्ष के भी कई नेता पहुंचे. संसद का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है.
संसद सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक में जेडीयू ने बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा मांगा. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने यह जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि वाईएसआरसीपी नेता ने सर्वदलीय बैठक में आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य का दर्जा मांगा. टीडीपी नेता इस मामले पर चुप रहे.
कांग्रेस किन मुद्दों को संसद में उठाएगी
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि सबसे बड़ा मुद्दा यह है कि बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार बैसाखी पर है. यह संविधान, उसके मूल्यों और परंपराओं की हत्या करने का प्रयास कर रही है. जिस तरह से संविधान निर्माता बीआर अंबेडकर की मूर्ति को हटाया गया है, वो ठीक नहीं है. संवैधानिक एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है. बेरोजगारी और महंगाई सरकार की नीतियों के कारण नहीं बल्कि सरकार के संरक्षण में बढ़ रही है.
उन्होंने कहा कि जिस तरह से जम्मू-कश्मीर के संवेदनशील इलाकों में सेना और सुरक्षा बलों पर हमले किए जा रहे हैं. यह सरकार की नाकामी को दर्शाता है. इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के बलिदान का अनादर किया जा रहा है. ऐसे कई मुद्दे हैं जो लोगों से जुड़े हैं. हम इन सभी मुद्दों को संसद में उठाएंगे.
ये नेता बैठक में रहे मौजूद
सर्वदलीय बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा, कांग्रेस नेता गौरव गोगोई और केंद्रीय मंत्री तथा लोजपा (रामविलास) नेता चिराग पासवान सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता शामिल हुए. इस पारंपरिक बैठक में कांग्रेस के जयराम रमेश और के सुरेश, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के असदुद्दीन ओवैसी के अलावा राजद के अभय कुशवाहा, जदयू के संजय झा, आप के संजय सिंह, सपा नेता रामगोपाल यादव और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रफुल्ल पटेल भी मौजूद थे.